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एक वीड‍ियो शेयर करते हुए अरुण गोव‍िल ने ल‍िखा-‘यदि कलियुग में भी राम लक्ष्मण जैसे भाई हों तो…

 इन द‍िनों पूरे राष्ट्र की नजर अयोध्‍या नगरी की तरफ है, जहां रामलला के आने का बेसब्री से प्रतीक्षा हो रहा है. हमारे राष्ट्र में जब भी आज्ञाकारी भाइयों का उदाहरण द‍िया जाता है, तो ‘राम-लक्ष्‍मण’ का ही ज‍िक्र आता है. बड़े भाई के प्रति सम्‍मान और त्‍याग की ज‍िस भावना का उदाहरण हमें राम और लक्ष्‍मण में म‍िलता है, वैसा शायद ही कहीं म‍िलता है. स‍िर्फ ईश्वर राम और उनके भाई लक्ष्‍मण के बीच ही नहीं, बल्‍कि सीरियल ‘रामायण’ में श्री राम का क‍िरदार करने वाले अरुण गोव‍िल और लक्ष्‍मण बने सुनील लहरी के बीच असल जीवन में भी ऐसा ही प्रेम और सम्‍मान का र‍िश्‍ता है. इस बात का उदाहरण है, एक ताजा वीड‍ियो जो स्वयं अरुण गोविल ने अपने इंस्‍टाग्राम पर शेयर क‍िया है.

अरुण गोव‍िल इन द‍िनों सीता मां बनीं दीपिका च‍िखल‍िया और लक्ष्‍मण बने सुनील लहरी के साथ अयोध्‍या में ही हैं. ऐसे में उनका एक वीड‍ियो सामने आया है, ज‍िसमें अरुण गोव‍िल, सुनील लहरी के कान खींचते हुए नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं अपनी गलती के लि‍ए सुनील बड़े भाई रूपी अरुण से माफी भी मांगते नजर आ रहे हैं. इस वीड‍ियो को शेयर करते हुए अरुण गोव‍िल ने ल‍िखा है, ‘यदि कलियुग में भी राम लक्ष्मण जैसे भाई हों तो जीवन में सहजता से जी कर संसार की किसी भी विपत्ति से पार पा सकते…जय श्रीराम.

वीड‍ियो में अरुण गोविल, सुनील लहरी को कान पकड़कर डांटते हुए कह रहे हैं, ‘ये बता क्‍यों लेकर आया तू?’ इसपर सुनील हाथ जोड़ते हुए कहते हैं, ‘माफ कर दो, गलती हो गई, क्षमा कर दो. मुझे नहीं पता था, क्षमा कर दो.’ इस पर अरुण आगे कहते हैं, ‘ये है र‍िश्‍ता. ये र‍िश्‍ता 37 वर्ष पहले बना था हमारा और सुनील जी का, राम का और लक्ष्‍मण का.’ इस पर सुनील कहते हैं, ‘और आज भी वही र‍िश्‍ता है, वही प्‍यार है, वही दुलार है, उतना ही सम्‍मान है मेरा अरुण जी के प्रति और उतनी ही डांट-फटकार है अरुण जी की मेरे ल‍िए.’ आखिर में दोनों साथ में कहते हैं, ‘जय श्री राम.

आपको बता दें कि 90 के दशक में श्री रामानंद जी की ‘रामायण’ को दर्शकों ने भरपूर प्‍यार द‍िया था. इस सीरियल में श्री राम का क‍िरदार अरुण गोविल ने, लक्ष्‍मण का सुनील लेहरी ने और सीता मां का क‍िरदार दीपिका च‍िखल‍िया ने निभाया था. इस सीरियल के बाद वर्षों तक इन तीनों को राम, लक्ष्‍मण और सीता के क‍िरदार में ही पूजा जाने लगा. हालांकि इन तीनों को इस शो ने ज‍ितना सम्‍मान द‍िलाया, वहीं इनके करियर पर अच्‍छा असर नहीं पड़ा. अरुण गोविल को तो 14 वर्षों तक कोई रोल ऑफर नहीं हुआ. यही दीपिका के साथ भी हुआ. रामायण से पहले फिल्‍मों में नजर आ चुकी दीपिका को इस शो के बाद काम म‍िलना कठिन हो गया.

अरुण गोव‍िल को श्री राम के क‍िरदार में बहुत पसंद क‍िया गया.

अरुण गोविल ने स्वयं क‍िस्‍सा बताते हुए कहा, ‘मैंने फिल्मों में बतौर हीरो अपने करियर की आरंभ की थी. लेकिन कुछ ही समय बाद मैंने टीवी पर काम करने का मन बनाया. मुझे रामानंद सागर की तरफ से रामायण में राम का भूमिका ऑफर किया गया. इस भूमिका को लेकर मैं काफी खुश था. मुझे इस भूमिका ने जीवन में सब दिया. जब रामायण बनकर तैयार हुई और प्रसारित होने लगी तो पूरे राष्ट्र के लोग मुझे जानने लगे. मैं रातों-रात स्टार बन गया. 1 नहीं बल्कि कई राष्ट्रों से मेरे फैन्स मुझे चिट्ठियां लिखकर भेजने लगे. लेकिन अजीब बात हुई कि इस सीरियल के बाद मुझे कोई भी प्रोड्यूसर काम नहीं देना चाहता था. मैं जब भी प्रोड्यूसर से किसी रोल के लिए बात करता तो वो ये कहता कि आप तो ईश्वर राम हैं, आपकी छवि बहुत बड़ी है, हम आपको सपोर्टिंग रोल में कास्ट नहीं कर सकते. मैंने सोचा कि कुछ दिनों बाद ये बदल जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. करीब 14 वर्ष तक मैं काम के लिए तरसता रहा. लेकिन मुझे काम नहीं मिला.

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