इस एक्ट्रेस ने पहली बार राज कपूर और नरगिस की फिल्म ‘श्री 420’ में निभाया था नेगेटिव किरदार
बॉलीवुड में कई अनजाने चेहरे आए और उनकी किस्मत चमक गई। कईयों ने तो लंबे समय तक मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री पर राज भी किया। उन्हीं में से एक थीं अदाकारा नादिरा। जिन्होंने अपनी दमदार अभिनय से इंडस्ट्री में नाम कमाया। नादिरा ने 50 और 60 के दशक में मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री पर अपना दबदबा कायम रखा। उन्होंने अपने करियर में लगभग 70 फिल्मों में काम किया। खास बात ये है कि नादिरा को मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री की पहली वैंप अदाकारा माना जाता है। जी हाँ… और इसके पीछे की वजह उनके द्वारा ज्यादातर फिल्मों में निभाए गए नेगेटिव भूमिका थे। कभी क्रूर सास तो कभी सौतेली मां के भूमिका में नजर आने वाली नादिरा असल जीवन में बहुत शांत स्वभाव की थीं। नादिरा का जन्म 5 दिसंबर 1932 को बगदाद में रहने वाले एक यहूदी परिवार में हुआ था।
नादिरा का वास्तविक नाम फरहत एजेकील नादिरा था, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद नाम लंबा होने के कारण उन्होंने नादिरा ही रखा। नादिरा की जयंती के खास मौके पर हम आपको उनकी जीवन के कुछ अनसुने किस्सों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आज का युवा शायद ही जानता होगा। अदाकारा ने 73 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को छोड़ दिया। भले ही नादिरा अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्में, उनके बहुत बढ़िया भूमिका और दमदार एक्टिंग आज भी उनकी यादें ताजा रखते हैं।
कम उम्र में डेब्यू
नादिरा ने 12 वर्ष की उम्र में एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। हालाँकि, कामयाबी का यात्रा न तो छोटा था और न ही आसान। नादिरा की किस्मत का सितारा तब चमका जब उन्हें वर्ष 1952 में फिल्म ‘आन’ में मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री के ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार के साथ काम करने का मौका मिला। फिल्म में नादिरा ने एक राजकुमारी का भूमिका निभाया था, लेकिन उन्होंने बोल्ड सीन देकर खूब सुर्खियां बटोरीं। उस ज़माने में बहुत बड़ी बात हुआ करती थी। इस फिल्म के बाद नादिरा कई फिल्मों में नजर आईं, जिनमें ‘श्री 420’, ‘पाकीजा’, ‘दिल अपना और प्रीत पराई’, ‘जूली’ और ‘अमर अकबर एंथोनी’ जैसी बड़ी और हिट फिल्में शामिल हैं।
नेगेटिव किरदारों से मिली पहचान
नादिरा ने पहली बार राज कपूर और नरगिस की फिल्म ‘श्री 420’ में नेगेटिव भूमिका निभाया था, जिसे उन्होंने इतने अच्छे से निभाया कि इसके बाद उनके पास नेगेटिव भूमिका की लाइन लग गई। ये तो प्रोफेशनल लाइफ थी लेकिन व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो काफी उतार-चढ़ाव भरी रही। नादिरा ने दो शादियां की थीं, पहली विवाह शायर नख्शाब से हुई थी लेकिन आपसी समझ की कमी के कारण कुछ वर्ष बाद दोनों अलग हो गए। इसके बाद नादिरा ने एक अरबपति से दूसरी विवाह की, लेकिन यह रिश्ता भी नहीं चल सका। उन्होंने अपने जीवन के आखिरी दिन अकेले ही बिताए।