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इस एक्ट्रेस ने सरकार से की थी खुद को भारत रत्न देने की मांग

आपको बता दें कि सितारा देवी प्रसिद्ध कथक डांसर और मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री अदाकारा रही हैं. उन्होंने मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री की कई फिल्मों में काम किया था. वे अपनी लाइफ काफी बिंदास थी.बॉलीवुड अदाकारा और डांसर सितारा देवी ने गवर्नमेंट से स्वयं को हिंदुस्तान रत्न देने की मांग की थी. हालांकि, ऐसा नहीं हो पाया था, इससे वह काफी नाराज हो गई थीं.

सितारा देवी ने हिंदुस्तान रत्न की मांग की थी. जब उनकी बात नहीं मानी गई तो उन्होंने पद्मभूषण, जो हिंदुस्तान का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, लेने से इंकार कर दिया था.

सितारा देवी को कथक करता देख रविंद्रनाथ टैगोर काफी प्रभावित हुए थे. उन्होंने स्वयं होकर उनको नृत्य सम्राज्ञी की उपाधि दी थी. सितारा देवी को चाहने वाले उन्हें कत्थक की रानी कहते थे.

सितारा देवी ने 1934 में मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था. उन्हें पहली फिल्म का ऑफर 1933 में मिला था, लेकिन ये 1940 में रिलीज हुई थी. इसलिए शहर का जादू (1934) उनकी डेब्यू मूवी कही जाती है.

सितारा देवी ने अपने पूरे करियर में करीब 23 फिल्मों में किया था. हालांकि, अभिनय की वजह से उनके कथक पर असर पड़ रहा था, इसलिए उन्होंने फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था.

सितारा देवी ने अल हिलाला, कोकिला, दुख-सुख, रोटी, वतन, चांद, बड़ी मां, मेरा आंखें सहित 23 फिल्मों में काम किया. उनकी अंतिम फिल्म 1957 में आई मदर इण्डिया थी.

सितारा देवी को कई सम्मान मिले. 2002 में उन्होंने पद्मभूषण लेने से इंकार कर दिया था और बोला था- “ये मेरे लिए सम्मान नहीं अपमान है. मैं हिंदुस्तान रत्न से कम कोई अवॉर्ड नहीं लूंगी.

94 वर्ष की उम्र में सितारा देवी का नवंबर 2014 में मृत्यु हो गया था. बोला जाता है कि मृत्यु से 1 महीना पहले उन्होंने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को लेटर लिखकर कथक अकादमी प्रारम्भ करने जमीन की मांग की थी.

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