Tandav Web Series से सियासत में उबाल, एमपी सरकार के मंत्री ने अमेज़न CEO को ख़त लिखकर दी यह चेतावनी

सियासत की पृष्ठभूमि पर बनी वेब सीरीज़ तांडव से अब सियासत में ही उबाल आ गया है और 15 जनवरी को रिलीज़ हुई अमेज़न प्राइम की वेब सीरीज़ पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं का अपमान करने के आरोपों को लेकर सीरीज़ का सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक जमकर विरोध किया जा रहा है। वहीं, कुछ जगहों पर पुलिस रिपोर्ट भी दर्ज़ करवायी गयी हैं।
अब मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने अमेज़न के सीईओ जेफ बेज़ोस के नाम सोशल मीडिया के ज़रिए खुला ख़त लिखकर सीरीज़ को ना हटाने की स्थिति में अमेज़न के बहिष्कार की चेतावनी दी है। साथ ही सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से भी एक्शन लेने की मांग की है। हालांकि, सूचना प्रसारण मंत्रालय अमेज़न के अधिकारियों को पहले ही समन भेज चुका है।
मध्य प्रदेश के मंत्री ने दी अमेज़न के बायकॉट की चेतावनी
सारंग ने अपना लेटर अमेज़न सीईओ को ट्विटर पर टैग किया है, जिसके साथ उन्होंने लिखा- प्राइम की वेब सीरीज़ तांडव के बेहद आपत्तिजनक और भड़काऊ कंटेंट ने दुनियाभर के 100 करोड़ से अधिक हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है। मैं आपसे सीरीज़ को हटाने की मांग करता हूं, नहीं तो अमेज़न का बायकॉट देखने के लिए तैयार रहिए। अपने ट्वीट में सारंग ने सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी टैग किया है।
अपने लेटर में सांरग ने लिखा कि इन दिनों ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर कुछ भी कंटेंट बनाया जा रहा है, जिनमें हिंसा, अश्लीलता, कामुकता और ड्रग्स का उपयोग दिखाया जाता है। इससे बढ़कर देश की हिंदू बहुसंख्यक आबादी की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचायी जाती है। तांडव में सिर्फ़ हिंदू देवताओं का अपमान नहीं किया गया है, बल्कि इसमें समाज के कमज़ोर वर्ग का उपहास बनाकर सामाजिक वैमनस्य फैलाने की कोशिश की गयी है।
इससे पहले एक अन्य ट्वीट में सारंग ने लिखा- हिन्दू देवता शिवजी के चेहरे पर क्रॉस बनाना, हिन्दू आस्था के साथ मज़ाक़िया व्यवहार है। ऐसे सीरिज़ के बैन की मांग करता हूं। ऐसे फ़िल्म फ़िल्म निर्माता के सोच पर हमको हमला करना होगा ताकि फिर से कोई ये गलती ना कर सके।
उधर, मध्य प्रदेश विधान सभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने हिंदू देवताओं का मज़ाक उड़ाने के लिए तांडव पर बैन लगाने की अपील प्रकाश जावड़ेकर से की।
राम कदम और कपिल मिश्रा ने दर्ज़ कराया विरोध
इससे पहले महाराष्ट्र के बीजेपी नेता राम कदम भी सीरीज़ के ख़िलाफ़ पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवा चुके हैं और उन्होंने सूचना प्रसारण मंत्री से सीरीज़ पर बैन लगाने की मांग की है। सोमवार को बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने अमेज़न प्राइम वीडियो को क़ानूनी नोटिस भेजकर सीरीज़ को प्लेटफॉर्म से हटाने की मांग की। उधर, लखनऊ के हज़रतगंज थाने में सीरीज के निर्देशक अली अब्बास, प्रोड्यूसर हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और हेड इंडिया ओरिजिनल कंटेंट अमेजन अपर्णा पुरोहित के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई हैं।
मायावती ने कहा- आपत्तिजनक दृश्य हटें
उत्तर प्रदेश की मुख्य मंत्री और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके तांडव वेब सीरीज़ से आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने की मांग की। मायावती ने ट्वीट किया- तांडव वेब सीरीज़ में धार्मिक व जातीय आदि भावनाओं को आहत करने वाले कुछ दृश्यों को लेकर विरोध दर्ज़ कराये जा रहे हैं, जिसके संबंध में जो भी आपत्तिजनक है, उन्हें हटा दिया जाना उचित होगा, ताकि देश में कहीं भी शांति, सौहार्द्र व आपसी भाई-चारे का वातावरण ख़राब ना हो।
सूचना प्रसारण मंत्रालय ने भेजा समन
तांडव को लेकर बढ़ते विवाद को देखते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अमेज़न प्राइम के अधिकारियों को तलब किया है। वहीं, मुंबई में भाजपा नेता राम कदम ने सीरीज़ के ख़िलाफ़ घाटकोपर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज़ करवायी है। उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को लेटर भी लिखा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मंत्रालय ने इसके लिए मीटिंग बुलाई है। आपको बता दें कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर आने वाले विवादित कंटेंट को नियंत्रित करने के लिए मंत्रालय ने कुछ वक़्त पहले सुझाव जारी किये थे, जिसमें कहा गया था कि इन प्लेटफॉर्म्स को ख़ुद ही आत्म-नियंत्रण के लिए कमेटी का गठन करना चाहिए।
वेब सीरीज के पहले एपिसोड में दिखाया गया कि शिवा शेखर सांकेतिक रूप से भगवान शिव के किरदार में हैं। वह छात्रों को संबोधित करते हुए कहते हैं कि आखिर आपको किससे आजादी चाहिए। दूसरा कलाकार कहता है, 'नारायण-नारायण। प्रभु कुछ कीजिए। रामजी के फॉलोअर्स लगातार सोशल मीडिया पर बढ़ते ही जा रहे हैं। मुझे लगता है कि हमें भी कुछ नई रणनीत बना ही लेनी चाहिए।' शिवा कहता है, 'क्या करूं मैं तस्वीर बदल दूं क्या?' इस पर कलाकार कहता है कि भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं।