बॉलीवुड एक्टर्स का हाल देख दुखी हुए सनी देओल, बोले…
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने प्रसिद्ध अदाकार सनी देओल की फिल्म गदर 2 रिलीज हो गई है। 22 साल पश्चात् तारा सिंह-सकीना की जोड़ी पर्दे पर लौटी है। अपने एक साक्षात्कार में सनी ने फिल्म इंडस्ट्री और यहां के एक्टर्स पर तंज कसा है। मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री के तौर उपायों पर भी प्रश्न उठाए हैं। उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कॉरपोरेटाइजेशन होने पर बात की। सनी देओल ने अवॉर्ड शोज को बिना मतलब के बताया। उनका मानना है कि स्टार्स के पास ऑरिजिनल आइडिया नहीं बचे हैं। वो अपनी टीम पर अधिक डिपेंडेंट रहते हैं।
सनी ने बोला वो इन परिवर्तनों को सपोर्ट नहीं करते हैं। ये भी कबूला कि उनका बेबाक होना कईयों को अपसेट कर सकता है। उन्होंने अभिनेता के स्वयं की मार्केटिंग करने पर प्रश्न उठाए। सनी बोलते हैं- हर किसी की अपनी पर्सनैलिटी होती है। प्रॉब्लम तब होती है जब आपको दूसरों की कामयाबी से जलन होती है। मैं ऐसा आदमी हूं जिसे एक्टिंग पसंद है और एक्टिंग करना चाहता हूं। मैं ऐसा आदमी नहीं जो एंडोर्समेंट डील्स के पीछे भागेगा। हम 21वीं सेंचुरी में हैं। इंडस्ट्री कॉरपोरेटाइज हो गई है। ये धारणा (परसेप्शन) का गेम बन गया है, जो इसे खेलेगा वो सक्सेफुल होगा। इसमें कोई रियलिटी नहीं बची है। हमारे एक्टर्स इस कल्चर के नौकर बन गए हैं। मगर वो खुश हैं। मैं किसी को बुरा नहीं कह रहा, मगर जो है वो है।
आगे उन्होंने कहा- मुझे ये देखकर दुख होता है यूथ इस इंडस्ट्री में कदम रख रहा है तथा इस कल्चर को फॉलो कर रहा है। अभिनय आर्ट है। ये बॉडी बिल्डिंग, डांसिंग, या दूसरी बेवकूफाना चीजें करने की चीज नहीं। सनी ने बताया, आज के एक्टर्स मॉडल बन चुके हैं। उनके बिहाफ पर 10 लोग निर्णय लेते हैं, उनकी स्वयं की पहचान नहीं है। इससे पहले सनी देओल ने मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री पर तंज कसा था। वो बी-टाउन पार्टीज, अवॉर्ड फंक्शन से दूर रहते हैं। सनी लो प्रोफाइल रहना पसंद करते हैं।