नुसरत ने बताया इजरायली एक्टर्स से साथ काम का एक्सपीरियंस
एक्ट्रेस नुसरत भरूचा ने प्यार का पंचनामा, सोनू के टीटू की स्वीटी, ‘ड्रीमर्गल’,छोरी, जनहित में जारी, छत्रपति जैसी फिल्मों में काम किया है। अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस के जरिए उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी मजबूत पहचान बनाई है। नुसरत स्टारर फिल्म ‘अेकली’ 25 अगस्त को सिनेमाघर में रिलीज होने जा रही है। ऐसे में अदाकारा ने हाल ही में अपनी अपकमिंग फिल्म को लेकर वार्ता की है। इस दौरान नुसरत ने कहा कि फिल्म की कहानी उनके पास तीन वर्ष पहले आई थी और कहानी आते ही लॉकडाउन लग गया।
उन्होंने कहा- ‘उस समय इस फिल्म को करने से इंकार कर दिया था, क्योंकि बतौर अभिनेता मैं उस समय ऐसी कहानियों के लिए रेडी नहीं थी। मैं पूरी कहानी अकेले करूं, समझ में नहीं आ रहा था। उस समय लगा कि शायद मैं नहीं कर पाऊंगी। इसके अतिरिक्त स्क्रिप्ट के बारे में कुछ चीजें बताई थी, जो बात समझ में नहीं आ रही है। डायरेक्टर स्क्रिप्ट ठीक करने के साथ तीन वर्ष तक मेरा प्रतीक्षा किया। वो हर वर्ष मेरे पास आकर कहते थे- ‘अब आप बताइए कि आपके पास समय कब है।’ मैं हर बार बोलती थी कि मुझे समझ में नहीं आ रही है।
दोस्त के समझाने पर की फिल्म अकेली
तीन वर्ष बाद एक फिल्म कर रही थी, तब तक डायरेक्टर ने मेरे एक क्लोज फ्रेंड के दोस्त को इस फिल्म से जोड़ दिया। डायरेक्टर ने मेरे दोस्त को कहा कि एक बार आप नुसरत से बात करके देखिए। मैं तो नुसरत से दो बार बात किया, पर उन्होंने इंकार कर दिया। मेरा दोस्त आकर मुझसे कहा कि चीजें चेंज कर दी गई हैं और हमारी बहुत अच्छी टीम भी बन गई है। इसे दोबारा पढ़ लीजिए। मैं अब तक ‘छोरी’ और ‘जनहित में जारी’ फिल्म कर चुकी थी। मुझे स्वयं पर और मेकर पर भरोसा हुआ। ऐसा लगा कि हम साथ में जुड़कर कुछ अच्छा बना पाएंगे। मेरा ऐसे जुड़ना हुआ।
हिंदुस्तानी नर्स भूमिका निभाएंगी नुसरत
मैं ज्योति का कैरेक्टर प्ले कर रही हूं। वह अमृतसर से आती है। वहां अपनी मां और भतीजी के साथ रहती है। उसने अपने भैया-भाभी को खो दिया है। घर में अकेली काम करने वाली है। वह विदेश जाने का मौका ढूंढ़ती है, जहां उसको ऐसी जॉब मिले, जिससे उससे घर की सारी दिक्कतें दूर हो जाएं। उसको जैसे जॉब मिलती है, वह मोसुल चली जाती है। वहां पर सब नॉर्मली चलता है, लेकिन अनफॉरर्च्युनिटिली, वहां काम करते-करते टेरिज्म का अटैक हो जाता है।
रियल लोगों की कहानी है, इस मामले को उठाना ही चैलेंजिंग था- नुसरत
आई थिंक, फिल्म के जरिए जिस मामले को लेकर आए हैं, हमारे लिए वही सबसे बड़ी चुनौती है। ग्लोबल तौर पर देखें, तब हम सबने कितने वर्षों से इसे भयानक तौर पर पेश किया है, वह टेरिज्म ही है। हम सब कहीं न कहीं इसके बारे में पढ़ते देखते हैं, तब हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। यह लोग ऐसा कैसे कर पाते हैं। यह सिचुएशन फिल्म का सबसे बड़ा मामला है, जो इराक और मोसुल में हुआ था। यह रियल लोगों की कहानी है।
शूटिंग के दौरान चोटिल हुईं थीं नुसरत
जी हां। ऐसा सीन किर रही थी, जहां भागने का सीन कर रही थी। एक सीन में मैं कहती हूं कि मुझे इण्डिया वापस जाना है, वहां मेरा घर है, मेरा परिवार है। यह बोलकर लड़की भागती है, तब उसे रोकने के लिए चार लोग आते हैं। उस खींचातानी में किसी का मुझे जोरदार धक्का लग गया और मैं नीचे फर्श पर गिर गई। उस चोट के बाद वहां बैठकर आधा घंटा रोई हूं। मैं लोगों को बता रही थी कि अंदर से कुछ डैमेज हो गया है, क्योंकि अंदरुनी गहरी चोट लगी थी। खैर, ऊपर वाले का धन्यवाद! सेट पर चिकित्सक आए और उन्होंने चेक करके कहा कि अधिक कुछ हुआ नहीं।
उज्बेकिस्तान में नहीं मिलती सब्जियां, केवल आलू-टमाटर होता है- नुसरत
एक्ट्रेस ने कहा- वहां सब्जियां नहीं मिलती हैं। सब्जी में केवल आलू और टमाटर मिलता है। वहां हम जितने दिन रहे केवल सूप पीकर रहे। सूप पीकर थक गए थे। वहां आलू, टमाटर, ब्रेड और मटन के अतिरिक्त और कुछ मिलता ही नहीं है। पूरी टीम में ज्यादातर वेजिटेरियन थे। सबके परेशानी यह हो रही थी कि हम खाएं तो क्या खाएं। कितना आलू, टमाटर, ब्रेड खाएंगे। पता नहीं, वहां के लोग क्या खाते हैं और कैसे जीते हैं।
नुसरत ने कहा इजरायली एक्टर्स से साथ काम का एक्सपीरियंस
इजरायली अभिनेता के साथ काम एक्सपीरियंस बताते हुए नुसरत ने कहा- उनके साथ सीन को देखना, उसके बारे में डिस्कस करना और उनके कामकाज का तौर-तरीका काफी अलग होता है। वे जो सोच लाते हैं, वह हमारी सोचना भी काफी चैलेंजिंग लगता है, हमें नयी चीजें करने के लिए विवश भी करता है।
मैं तो कहती हूं कि यदि इंटरनेशनल अभिनेता नहीं लिए होते, तब हमने जो साथ में सीन किए हैं, वह इतने अच्छे निकलकर नहीं आते। मेरे हिसाब से उनका कंट्रीब्यूशन इस फिल्म को एक अलग पायदान तक लेकर गया है। उन्हें कास्ट करने का शानदार निर्णय रहा।