फिल्म ‘फाइटर’ में इस फॉर्मूले को बड़े स्तर पर फिल्म का बनाया हिस्सा
मुंबई: देशभक्ति बॉक्स ऑफिस का जाना-पहचाना फॉर्मूला है और इसे हर काल में सिनेमेकर्स भिन्न-भिन्न अंदाज़ में भुनाते आ रहे हैं। दरअसल ये फॉर्मूला अन्य के मुकाबले कम जोखिम भरा है, इसलिए इस पर दांव लगाना सबसे सेफ माना जाता है और यदि ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण जैसे सेलेबल स्टार्स हों तो जोखिम का औसत बिलकुल कम हो जाता है। निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने फिल्म ‘फाइटर’ में इस फॉर्मूले को बड़े स्तर पर फिल्म का हिस्सा बनाया है।
वायुसेना के कुछ दोस्तों की कहानी है ‘Fighter’
‘फाइटर’ की कहानी वायुसेना के कुछ दोस्तों के बारे में है, जिन्हें एक मिशन पर साथ काम करने के लिए श्रीनगर एयरबेस पर बुलाया गया है। इन दोस्तों में सबसे साहसी और आकर्षण का केंद्र है स्क्वाड्रन लीडर शमशेर पठानिया उर्फ पैटी (ऋतिक)। वायुसैनिकों की इस टीम में सरताज (करण ग्रोवर) और मीनल राठौड़ उर्फ मिनी (दीपिका) भी शामिल हैं। इस टीम का नेतृत्व रॉकी (अनिल कपूर) करता है, जो एक कठोर सेना अधिकारी है।
देशभक्ति पर आधारित ‘Fighter’ में कोई नयापन नहीं
फिल्म के केंद्र में आतंकी धावा है, एयरफोर्स है और आतंकवादियों का सफाया है। घुमा-फिरा कर देखें तो इस कहानी में कोई नयापन तो है नहीं। सिद्धार्थ आनंद का ट्रीटमेंट जरूर नया है। ‘फाइटर’ की कहानी एक आतंकवादी हमले की है। राष्ट्र पर आतंकवादी धावा होता है और इसका बदला लेने के लिए भारतीय वायु सेना की एक कमान को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। पूरी फिल्म इसी मिशन को लेकर है। इस मिशन से जुड़े हैं ऋतिक रोशन, दीपिका पादुकोण, अनिल कपूर और करण सिंह ग्रोवर। इस तरह ‘फाइटर’ की कहानी में देशभक्ति का जज्बा है और वायु सेना के पायलट्स की लाइफ की भी झलक मिलती है। कुल मिलाकर कहानी एवरेज है।
बेहतरीन अभिनय से भरपूर है फिल्म
इस फिल्म की जान एक्शन है और सिद्धार्थ आनंद इसके मास्टर हो चुके हैं। उन्होंने ऋतिक रोशन के साथ ‘बैंग-बैंग’, ‘वॉर’ और शाहरुख खान के साथ ‘पठान’ जैसी एक्शन ओरिएंटेड फिल्म बनाई है। ‘फाइटर’ में भी उनका अंदाज वही है। ऋतिक रोशन ने अपने भूमिका को बहुत बढ़िया ढंग से निभाया है और वह जंचते भी हैं। दीपिका पादुकोण भी कमाल की लगती हैं, लेकिन रोमांटिक सीन हमें उनकी पुरानी फिल्मों की याद दिलाते हैं। अनिल कपूर की अभिनय जबरदस्त है। एक बहन को खोने वाले भाई की नफरत और एक उत्तरदायी अधिकारी की फर्ज से मोहब्बत के बीच झूलते इस भूमिका में अनिल ने अपनी एक्टिंग क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
औसत कहानी पर बवाल मचाती ‘फाइटर’
कुल मिलाकर देखें तो फाइटर एक औसत कहानी पर बनी हंगामेदार फिल्म है। एक्शन के शौकीन और ऋतिक-दीपिका को पहली बार परदे पर एक साथ देखने को इच्छुक दर्शक थियेटरों का रुख कर सकते हैं। फिल्म में बहुत बढ़िया एरियल स्टंट दिखाए गए हैं, जो बड़े पर्दे पर देखने में बेहतरीन लगेंगे। यदि गंभीर विषयों वाली फिल्मों में मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री मसाले आपको परेशान करते हैं, तो इस फिल्म से दूर रहें। फिल्म 2 घंटे 46 मिनट लंबी है।