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Anurag Kashyap ने की संदीप वांगा की तारीफ, कही ये बात

संदीप वांगा रेड्डी की फिल्म ‘एनिमल’ को प्रशंसा के साथ-साथ आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था. सेलेब्स से लेकर आम जनता तक लोगों को ‘एनिमल’ में बहुत से बुराइयां नजर आईं थीं. हालांकि, इन सब के बीच ‘गैंग्स ऑफ वसेपुर’ के डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर संदीप वांगा के साथ एक तस्वीर शेयर की थी और ‘एनिमल’ की प्रशंसा की थी. अब अनुराग कश्यप ने कहा है कि उन्होंने फिल्म को क्यों सपोर्ट किया. इसी के साथ उन्होंने अपने संदीप वांगा रेड्डी की प्रशंसा की है.

अनुराग को पहले नहीं पसंद आई थी एनिमल

अनुराग कश्यप ने अपनी बेटी आलिया के पॉडकास्ट ‘Young, Dumb and Anxious’ में कहा है कि आखिर क्यों आलोचनाओं के बीच उन्होंने संदीप वांगा की प्रशंसा की और क्यों ‘एनिमल’ फिल्म का सपोर्ट किया. वार्ता के दौरान आलिया कश्यप ने अपने पिता अनुराग कश्यप के इंस्टाग्राम पोस्ट पर संदीप रेड्डी वांगा को बढ़ावा देने पर निराशा व्यक्त की. आलिया ने उनसे बोला कि जब मैनें ‘एनिमल’ देखी थी तो तुरंत आपको टेलीफोन किया और बोला था, “यह कितनी हॉरेबल और मिसोजिनिस्ट फिल्म है और मुझे यह कितनी बुरी लगी, और आप मुझसे सहमत थे.” एक सप्ताह बाद जब मैंने इंस्टाग्राम खोला, तो मैंने अपने पिता की एक पोस्ट देखी, जिसमें एक ऐसे आदमी को प्रमोट किया गया था, जिसके बारे में मैनें अपने पिता से बुराई की थी.

अनुराग को जब किया गया कैंसल

इसपर अनुराग कश्यप ने अपने फिल्मों का जिक्र करते हुए अपनी बेटी से कहा, “आप तब बहुत छोटी थीं जब आपके पिता को उनकी फिल्मों की वजह से कैंसल किया जाता था.” उन्होंने आगे बोला कि जब देव-डी रिलीज हुई थी तब मुझे बहुत से लोगों ने कैंसल किया था. मैं एक अछूत आदमी हो गया था. अनुराग कश्यप ने कहा, “मैंने अक्सर लोगों को किसी को अलग-थलग करते और उन पर धावा करते देखा है ये कोई तरीका नहीं है

अनुराग ने की संदीप वांगा की तारीफ

अनुराग ने बोला कि उन्होंने संदीप को इनवाइट किया और दोनों के बीच 5 घंटे तक वार्ता चली अनुराग कश्यप ने कहा कि वो संदीप से उनकी फिल्म को लेकर बात करना चाहते थे. उन्होंने कहा, “मेरे अपने कुछ प्रश्न हैं और मैं उनसे उनकी फिल्म के बारे में बात करना चाहता था. मैंने उन्हें इनवाइट किया और मेरी उनके साथ पांच घंटे तक लंबी वार्ता हुई और वो लड़का मुझे पसंद है.

इसके बाद अनुराग कश्यप ने बोला कि कि लोगों को 5-10 वर्ष बाद फिल्म के इम्पैक्ट का एहसास होगा उन्होंने फिल्म के एक्शन की सराहना करते हुए बोला कि ‘एनिमल’ के बाद हर फिल्म का एक्शन फेक लगता है उन्होंने उदाहरण के तौर पर ‘बड़े मियां छोटे मियां का नाम लिया.

 

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