Anupama 22 April: अनुपमा को श्रुति की मौत का जिम्मेदार ठहराएगी आध्या
टीवी सीरियल अनुपमा के अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि वनराज शाह और उसका परिवार अहमदाबाद पहुंच चुका है. वहां पहुंचने पर जब बच्चे परी से बात करने की जिद करेंगे तो वनराज तोषू को टेलीफोन लगाएगा. टेलीफोन लगाने पर वनराज शाह को परी के विद्यालय में हुए शूटआउट के बारे में पता चलेगा. इधर हॉस्पिटल में अनुज कपाड़िया और अनुपमा एक दूसरे से उस चीजों के बारे में बात करेंगे जिनके चलते कोई बच्चा आगे जाकर बंदूक उठाने पर विवश हो जाता है. इसी बीच चिकित्सक आकर उन्हें बताएगी कि श्रुति के बच पाने की आसार बहुत कम है.
अनुपमा को फिर जली-कटी सुनाएगी आध्या
अनुज कपाड़िया और अनुपमा जब बातें कर रहे होंगे तो इसी बीच आध्या को होश आ जाएगा और वो बवाल खड़ा कर देगी. वो अनुपमा को श्रुति की मृत्यु का उत्तरदायी ठहराएगी. आध्या कहेगी कि जब हमें आपकी सबसे अधिक आवश्यकता थी तब तो आप हमें छोड़कर चली गईं और अब जब हम आपके बिना जीना सीख गए हैं तो आप चली आई हैं हमारी खुशियां उजाड़ने. आध्या कहेगी कि पहले आपने हमारी खुशियां छीनीं, फिर श्रुति के फंक्शन्स खराब किए और अब उनकी जान लेने पर उतर आईं.
डॉक्टर बताएगी कभी मां नहीं बन पाएगी श्रुति
आध्या गुस्से में अनुपमा से यह तक कह देगी कि यदि श्रुति नहीं बची तो वह अपनी जान दे देगी और उसकी मृत्यु की उत्तरदायी अनुपमा होगी. अनुपमा अपनी बेटी के मुंह से यह जहर बुझी बातें सुनकर उसके साथ बिताया अच्छा समय याद करेही. आध्या के जाने के बाद अनुपमा और अनुज फिर साथ बैठेंगे और चिकित्सक कुछ देर बाद फिर उन्हें बुलाएगी. चिकित्सक बताएगी कि अब श्रुति कभी मां नहीं बन पाएगी. यह बात सुनकर अनुज कपाड़िया को शॉक लगेगा.
एहसान फरामोश निकलेगा अनुपमा का बेटा
वह समझ नहीं पाएगा कि यह सच श्रुति को कैसे बताएगा. उधर किंजल और तोषू में जोरदार झगड़ा होगा. तोषू बजाए अपनी मां का शुक्रगुजार होने के, इस बात पर गुस्सा करेगा कि वो इतनी रात तक क्यों नहीं आई हैं. परी यहां अकेली थी उसे कुछ हो जाता तो. किंजल उसे समझाने की प्रयास करेगी कि मम्मी ने ही परी को बचाया है लेकिन फिर भी वो अनुज और उसके परिवार को अधिक तवज्जो देने का इल्जाम लगाएगा. हॉस्पिटल में अनुज उस चिकित्सक से भी मुलाकात करेगा जो इस हादसे के बाद आध्या की काउंसलिंग कर रही है.
यूं अनुज की जीवन में लौट आएगी अनुपमा
डॉक्टर अनुज को बताएगी कि आध्या किसी से बात नहीं कर रही है और वो बड़े शॉक में है. चिकित्सक बचाएगी कि आमतौर पर इस तरह के ट्रॉमा से बच्चे समय के साथ निकल आते हैं लेकिन आध्या का मुकदमा थोड़ा अलग है. वो जिस तरह की स्थिति में है उस तरह के बच्चे कई बार स्वयं को हानि पहुंचाने की प्रयास करते हैं. चिकित्सक बताएगी कि उसे जितना हो सके परिवार के पास रहने की आवश्यकता है अन्यथा हो सकता है कि हम आध्या को खो दें. बताया जा रहा है कि अब अनुपमा फिर एक बार अनुज कपाड़िया की जीवन में लौट आएगी.