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डेथ एनिवर्सरी पर पढ़े Rishi Kapoor के अनसुने किस्से

दिवंगत मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री अदाकार ऋषि कपूर ने इंडस्ट्री को 50 वर्ष दिए हैं. उन्होंने अपने करियर में लगभग 121 फिल्मों में काम किया. ऋषि कपूर का 30 अप्रैल, 2020 को 67 साल की उम्र में मृत्यु हो गया. वह कैंसर से जूझ रहे थे. ऋषि कपूर को 2018 में कैंसर का पता चला था. ऋषि कपूर हमेशा अपने बेबाक अंदाज के लिए प्रसिद्ध थे. आज भी उनके हमारे बीच नहीं होने के बावजूद लोग उनकी कहानियों के बारे में बात करते हैं. आज हम उनकी जीवन से जुड़े दिलचस्प किस्सों के बारे में बात करेंगे.


दरअसल, ये ऋषि कपूर की फिल्म ‘रफू चक्कर’ की शूटिंग के दौरान हुआ था इस फिल्म में ऋषि कपूर एक लड़की का भूमिका निभा रहे थे शूटिंग के दौरान जब उन्हें वॉशरूम जाना था, लेकिन उस समय ऋषि लड़की के गेटअप में थे, इसलिए उन्हें जेंट्स वॉशरूम में जाने में झिझक हो रही थी. जब वह स्वयं पर एकदम भी काबू नहीं रख पाए तो उन्हें विवश होकर जेंट्स वॉशरूम में जाना पड़ा. जब ऋषि कपूर वॉशरूम से बाहर निकले तो वहां खड़े लोग उन्हें देखकर चौंक गए. बाद में जब लोगों को पता चला कि वह कोई और नहीं बल्कि ऋषि कपूर हैं तो किसी को विश्वास नहीं हुआ. आइए आपको बताते हैं ऋषि की जीवन से जुड़ा एक और दिलचस्प किस्सा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब ऋषि छोटे थे तो उनका अफेयर अदाकारा यासमीन के साथ था, लेकिन जल्द ही उनका ब्रेकअप हो गया. इसके बाद ऋषि की जीवन में नीतू सिंह आईं. हालांकि ऋषि की जीवन में जूही चावला का नाम कई बार नीतू के साथ अफेयर के साथ जुड़ा और लगातार उनके अफेयर की खबरें आती रहीं, लेकिन नीतू से विवाह के बाद ऋषि ने कभी किसी को डेट नहीं किया.

ऋषि कपूर की पत्नी नीतू के साथ रोमांटिक जोड़ी काफी पसंद की जाती थी दोनों ने करीब 12 फिल्मों में साथ काम किया इनमें खेल खेल में (1975), कभी कभी (1976), अमर अकबर एंथोनी (1977), दुनिया मेरी जेब में (1979) और पति पत्नी और वो (1978) (दोनों की मेहमान भूमिका) हिट साबित हुईं जबकि जहरीला आदमी (1974) , जिंदा दिल (1975), दूसरा आदमी (1977), अंजाने में (1978), झूठा कहीं का (1979) और धन सम्पत्ति (1980), दो दूनी चार (2010), बेशरम (2013) फ्लॉप रहीं. ऋषि कपूर ने नीतू कपूर से विवाह की, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगी कि विवाह के दौरान दोनों बेहोश हो गए थे. जहां नीतू अपना भारी लहंगा संभाल नहीं पाईं, वहीं ऋषि कपूर भीड़ के कारण बेहोश हो गए.

ऋषि कपूर को भिन्न-भिन्न तरह के स्वेटर का शौक था. उन्हें स्वेटर इस हद तक पसंद थे कि उन्होंने अपनी कई फिल्मों में अपना स्वेटर ही पहना था. सबसे खास बात ये है कि उन्होंने अपनी किसी भी फिल्म में अपना स्वेटर रिपीट नहीं किया इस बात की जानकारी उन्होंने स्वयं एक बार ट्वीट के जरिए दी थी वहीं, फिल्मों में स्वेटर को स्टाइल स्टेटमेंट के तौर पर पेश करने की वजह से उन्हें स्वेटरमैन बोला जाने लगा. अभिनेता का ये लुक फैंस को इतना पसंद आया कि दुकानों में खास स्वेटर और जैकेट की डिमांड बढ़ गई ऋषि कपूर महज तीन वर्ष की उम्र में पहली बार स्क्रीन पर नजर आए थे उन्हें 1955 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘श्री 420’ के गाने ‘प्यार हुआ, इकरार हुआ है’ में कुछ देर के लिए देखा गया था. फिल्म में राज कपूर और नरगिस ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई थीं.

अमर अकबर एंथोनी के एक सीन में ऋषि, नीतू कपूर को उनके वास्तविक नाम नीतू से बुलाते हैं. इस गलती को कभी भी सुधारा नहीं गया और यह दृश्य आज भी फिल्म में देखा जा सकता है. यूं समझिए कि ऋषि को बचपन से ही अभिनय का शौक था. बोला जाता है कि जब उन्होंने चलना प्रारम्भ ही किया था तो शीशे के सामने जाकर तरह-तरह के चेहरे बनाते थे शायद यही वजह है कि ऋषि ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दीं. राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और फिल्मफेयर सहित प्रमुख पुरस्कार भी जीते.

ऋषि कपूर एक बेहतरीन अदाकार तो थे ही इसके अतिरिक्त उन्होंने निर्देशन में भी हाथ आजमाया. वर्ष 1999 में उन्होंने ऐश्वर्या राय और अक्षय खन्ना को लेकर फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ बनाई. हालांकि, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई ऋषि कपूर ने अपने जीवन में खूब नाम और पैसा कमाया. हालाँकि, वह समय से पहले ही हमें छोड़कर चले गए. ऋषि अपना अंतिम सपना भी पूरा नहीं कर पाए दरअसल, ऋषि अपने बेटे रणबीर को घोड़ी पर चढ़ते हुए देखना चाहते थे लेकिन दुर्भाग्य से रणबीर की विवाह से पहले ही उनका मृत्यु हो गया. 30 अप्रैल 2020 को अदाकार का मृत्यु हो गया.

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