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जानिए, Irrfan Khan की जिंदगी के हैरतंगेज अनसुने किस्से

 मनोरंजन न्यूज़ डेस्क – किरदारों को अपनी आंखों से जीवंत करने वाले इरफान खान भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके फैंस उनसे बहुत प्यार करते हैं. पूरी दुनिया का दर्द अपनी आंखों में समेटने वाले और मौका मिलते ही उसे अपनी अभिनय के जरिए पर्दे पर उतारने वाले इरफान आज ही के दिन यानी 29 अप्रैल 2020 को इस दुनिया से चले गए. आइए डालते हैं एक नजर इरफ़ान की बरसी पर उनकी कुछ पसंदीदा कहानियाँ.

इरफान की पहली फिल्म ‘सलाम बॉम्बे’ थी. फिल्म की निर्देशक मीरा नायर ने इरफान को एक कॉलेज वर्कशॉप में देखा था. फिल्म में उन्हें एक सड़क पर रहने वाले बच्चे सलीम की किरदार दी गई थी. हालांकि, शूटिंग प्रारम्भ होने से 2 दिन पहले मीरा ने अपना रोल काट दिया. इरफान ने एक साक्षात्कार में बोला था, ”जब मीरा ने मुझे रोल काटने के बारे में कहा तो मैं पूरी रात अपने दोस्तों के कंधों पर सिर रखकर रोया.

इरफान को पतंग उड़ाने का शौक था
‘द सॉन्ग ऑफ स्कॉर्पियन्स’ के डायरेक्टर अनूप सिंह ने कहा था कि इरफान 10 मिनट का ब्रेक मिलते ही पतंग उड़ाने निकल पड़ते थे. पतंग से अपने संबंध पर इरफान ने बोला था, “यह एक नाजुक कागज है, जो हवा में उड़ता है, जिसकी एक पतली डोर मेरे हाथ में है जीवन भी ऐसी ही है यह पतंग की तरह ही नाजुक है और इसकी डोर आपके हाथ में है, आप जीवन के साथ जितना सहज होंगे, आपका जीवन उतना ही ऊँचा होगा.


एक दोस्त की जान बचाई

इरफान का एक किस्सा उनके करीबी दोस्तों में से एक आईपीएस अधिकारी हैदर अली जैदी ने सुनाया. उन्होंने बोला था कि इरफान अपने दोस्तों के लिए अपनी जान जोखिम में डालते थे. हैदर ने बताया, “एक बार मैं इरफ़ान के साथ कॉलेज से घर आ रहा था रास्ते में मुझे बिजली का झटका लगा मैं बहुत दर्द में था, लेकिन पास से गुज़र रहे किसी ने मेरी सहायता नहीं की इरफ़ान ने मुझे बिजली के झटके से बचाया” मुझे आज़ाद करके मेरी जान बचाई.


मिथुन चक्रवर्ती को देखकर स्वयं पर भरोसा आया

इरफान 10वीं-12वीं के दौरान अभिनेता बनने का सपना देखने लगे थे, लेकिन इस बारे में किसी को बताने की हौसला नहीं थी. उसे लगा कि लोग उसका मजाक उड़ाएंगे जब उन्होंने यह बात अपने एक दोस्त को बताई तो उसने भी उनका मजाक उड़ाया. तब उनके मन में प्रश्न था कि क्या मेरे जैसा दिखने वाला भी अभिनेता बन सकता है? इसी दौरान जब उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती को फिल्मों में देखा तो उन्हें प्रोत्साहन मिला कि वह भी अदाकार बन सकते हैं.

हिंदू धर्म अपनाने को तैयार थे
इरफान ने कहा था कि उन्होंने सुतापा सिकदर से विवाह करने के लिए हिंदू धर्म अपनाने का भी निर्णय किया था. हालाँकि, ऐसा नहीं हुआ. दोनों के परिवार इस संबंध के लिए राजी हो गए. इसके बाद वे बाबिल खान और अयान खान के माता-पिता बने.

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