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जानवरों के खिलाफ क्रूरता पर बॉलीवुड हस्तियों ने इनकी सुरक्षा के लिए “सख्त कानून” का किया आह्वान

नई दिल्ली . जानवरों के विरुद्ध क्रूरता के मुद्दे आए दिन सामने आते रहते हैं, लेकिन बहुत से मुद्दे ऐसे है, जिन्हें दर्ज नहीं किए जाते. इन सब के बीच मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री अभिनेता जॉन अब्राहम, सनी लियोनी, जैकलीन फर्नांडीज और रवीना टंडन ने इनकी सुरक्षा के लिए “सख्त कानून” का आह्वान किया है.

फरवरी से मई तक, जानवरों के साथ हुई क्रूरता के कई मुद्दे सामने आए हैं, जिनमें जानवरों को कुचलना, उन्हें ऊंचाई से फेंकना, भूखा रखना, पीटना और एंटरटेनमेंट के लिए उनका इस्तेमाल करना शामिल है.

हाल ही में मुद्दा ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी से सामने आया, जहां रेजिडेंशियल टावर की 15वीं मंजिल से एक आवारा कुत्ते को फेंक दिया गया, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई.

कुत्तों के विरुद्ध क्रूरता के बढ़ते मुद्दे से चिंता में मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री स्टार जॉन अब्राहम ने आईएएनएस से बात करते हुए बोला कि जानवरों के प्रति हो रही क्रूरता से उन्हें गहरा आघात पहुंचा है. इन पर कार्रवाई होनी महत्वपूर्ण है. आइए इन सबके विरुद्ध एकजुट से लड़ाई करें और पशु दुर्व्यवहार के हर मुद्दे की रिपोर्ट करें. पशु अधिकारों की लड़ाई में संगठनों का साथ दें. इन अपराधों के लिए कठोर कानून लागू किया जाना चाहिए.

उन्होंने आगे कहा, ”सरकार को अपराधियों को रोकने के लिए कड़ी सजा का प्रावधान रखना चाहिए और इन सब के लिए एजुकेशनल प्रोग्राम आयोजित करवाना चाहिए. हम सभी को जानवरों की सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करना चाहिए.

पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) के अनुसार, हिंदुस्तान में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960, पशु क्रूरता के लिए दंडों की रूपरेखा तैयार करता है, जिसमें पहली बार गुनेहगार ठहराए गए अपराधियों के लिए अधिकतम 50 रुपये का जुर्माना भी शामिल है (हालांकि आईपीसी में कड़ी सजा का प्रावधान है). हालांकि, इन कानूनों का कार्यान्वयन भिन्न-भिन्न होता है, क्योंकि कई मुद्दे रिपोर्ट नहीं किए जाते हैं.

एक्ट्रेस सनी लियोनी ने बोला कि पशुओं के साथ क्रूरता इन्सानियत का भी अपमान है.

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, ”सरकार कानून को और कठोर करे. हममें से हर कोई जानवरों के विरुद्ध क्रूरता के मुद्दे की रिपोर्ट पुलिस में कर सकता है.

उन्होंने कहा, ”बच्चों को जानवरों के प्रति दयालु होना सिखाया जाना चाहिए, ताकि उनके वयस्क होने पर उनके मन में दया की भावना कायम रहे. साथ मिलकर, हम एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं, जहां हर एक जानवर के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाएगा, जिसके वे हकदार हैं.

जैकलीन फर्नांडीज ने आईएएनएस को बताया, ”हम, जानवरों के लिए आवाज उठाकर परिवर्तन ला सकते हैं. गवर्नमेंट को जानवरों की सुरक्षा के लिए कानून लाना चाहिए, साथ ही, मजबूत भविष्य के लिए पशु संरक्षण को भी अहमियत देनी चाहिए, जहां हमारे समाज के सभी सदस्य, चाहे वे किसी भी प्रजाति के हों, शांति से रह सकें.

पशु अधिकारों के बारे में हमेशा से अपनी बात रखने वाली अदाकारा रवीना टंडन ने आईएएनएस को कहा कि इन्सानियत के नाते जानवरों के विरुद्ध क्रूरता को लेकर हमें अपनी आंखें नहीं मूंदनी चाहिए.

”हमें सावधान नजर रखनी चाहिए और किसी भी तरह के दुर्व्यवहार के विरुद्ध आवाज उठानी चाहिए. क्रूरता के कृत्यों की रिपोर्ट कर हम समाज को एक मैसेज देते हैं कि जानवरों के साथ दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

रवीना ने कहा, “रिसर्च से पता चलता है कि जो लोग जानवरों पर अत्याचार करते हैं, वह भविष्य में क्रिमिनल बनते हैं, इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि समय रहते ऐसे लोगों को कानून के अनुसार सजा दी जाए.

जानवरों पर बढ़ी क्रूरता के मामलों को कैसे कम किया जाए, इस पर पेटा इण्डिया के सचिन बंगेरा ने कहा, “हम क्षेत्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम करते हैं, अवॉर्ड देते हैं, एफआईआर दर्ज करते हैं और जानवरों को चोट पहुंचाने वालों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए अपने टीम नेटवर्क को सक्रिय रखते हैं.

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