विवाद मे आई आमिर खान के बेटे जुनैद की डेब्यू फिल्म, जानें वजह
बॉलीवुड के सुपरस्टार आमिर खान के बेटे जुनैद खान की डेब्यू फिल्म ‘महाराज’ रिलीज से पहले ही विवादों में आ गई हैं। इस फिल्म में साधुओं को नकारात्मक ढंग से दिखाने पर विरोध जताई गई है। मुद्दा अभी गुजरात उच्च न्यायालय में है। ‘महाराज’ पहले 14 जून को रिलीज होनी थी। लेकिन कानूनी पचड़ों के चलते अभी तक रिलीज नहीं हुई है। तो चलिए इस ‘एक्सप्लेनर’ में आपको बताते हैं आखिर ‘महाराज’ पर टकराव क्यों हो रहा है। जुनैद खान किस रोल में है। करसनदास मुलजी कौन थे, जिनकी प्रशंसा तो प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी की थी और अब फिल्म के बैन की बातें हो रही है।
‘महाराज’ के विरुद्ध याचिका दर्ज की गई जिसमें हिंदू भावनाओं को आहत करने का इल्जाम लगाया गया है। इसके अतिरिक्त फिल्म में साधुओं को नकारात्मक ढंग से दिखाने पर विरोध जताई गई है। जुनैद खान की पहली फिल्म वर्ष 1862 के मानहानि मुद्दे की कहानी पर आधारित है। जुनैद उस रिपोर्टर के रोल में हैं, जो समाज में सुधार लेकर आता है। यही रोल करसनदास मुलजी का है।
क्यों हो रहा है फिल्म का विरोध ये भी आपको बताते हैं
दरअसल ये फिल्म वर्ष 1862 के मानहानि मुकदमा पर आधारित है। इसमें हिंदू भावना को ठेस पहुंचाने के इल्जाम हैं। फिल्म में साधुओं की नकारात्मक छवि के इल्जाम भी लगे हैं। वैष्णव समाज इस फिल्म के विरुद्ध है। 1862 का मुद्दा एक संत से जुड़ा था।आरोप लगाए हैं कि इस निर्णय में हिंदू धर्म के विरुद्ध कई टिप्पणियां की गई थी। इतना ही नहीं, उन्होंने लेख में महाराजों पर स्त्री भक्तों के साथ यौन संबंध बनाने का इल्जाम लगाया गया था, जिसके बाद ही हंगामा बढ़ गया था। फिल्म में आमिर खान के बेटे जुनैद खान करसनदास मुलजी के रोल में हैं। ये केस करसनदास मुलजी के विरुद्ध था | इसके अतिरिक्त इसका पोस्टर भी टकराव की वजह बना था। जुनैद के माथे पर टीका नहीं लगा था।
‘महाराज’ पर याचिकाकर्ता का क्या बोलना है
इन आरोपों के चलते ‘महाराज’ फिल्म के विरुद्ध गुजरात हाई कोर्ट में एक तुरन्त याचिका दाखिल की गई। याचिकाकर्ता शैलेश भाई पटवारी ने 13 जून को एक याचिका दाखिल की थी। उन्होंने इसमें कहा, ‘हमने न्यायालय को कहा कि वे हमारे हिंदू देवताओं के बारे में क्या कह रहे हैं। वे झूठी बातें पेश कर रहे हैं। इसलिए, यह बीच में मतभेद पैदा करने के लिए किया जा रहा है। हिंदुओं और मुसलमानों को ऐसा नहीं करना चाहिए और फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगानी चाहिए। न्यायालय ने हमारी बात सुनी और फिल्म पर 18 तारीख तक अस्थायी रोक लगा दी।‘
क्या है 1862 का मानहानि मामला?
1869 में गुजराती अखबार में एक लेख छपा था। इसे पत्रकार करसनदास मुलजी ने लिखा था। धार्मिक नेता पर गंभीर इल्जाम लगाए गए थे। ये नेता वैष्णव संप्रदाय के थे। इन आरोपों के बाद पत्रकार पर मानहानि का केस चला था। इस धार्मिक नेता के रोल में जयदीप अहलावत फिल्म में नजर आ रहे हैं।
फिल्म में क्या?
- 1862 मानहानि मुद्दे पर आधारित
- जुनैद खान करसनदास मुलजी के रोल में
- जुनैद खान की पहली फिल्म
- 14 जून को होनी थी रिलीज़
- फिलहाल रिलीज़ पर रोक
- फिल्म का प्रोमोशन भी नहीं
कभी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी करसनदास मुलजी की तारीफ
ये बात है वर्ष 2010 की। तब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम हुआ करते थे। तब उन्होंने अपने काल में एक बार करसनदास मुलजी की प्रशंसा की थी। उन्होंने सराहा था जिस तरह उन्होंने समाज सुधार के क्षेत्र में काम किया। आज के समय में इसी विषय पर आधारित फिल्म पर रोक की मांग लगाई जा रही है