WPI Data: सितंबर महीने की थोक महंगाई दर में लगातार छठे महीने आई गिरावट
WPI Inflation: सितंबर महीने की थोक महंगाई रेट (Wholesale inflation) में लगातार छठे महीने गिरावट आई है। सिंतबर में यह शून्य से 0.26 फीसदी नीचे रही है। थोक मूल्य सूचकांक (wholesale price index) आधारित महंगाई रेट अप्रैल से लगातार शून्य से नीचे बनी है। अगस्त में यह शून्य से 0.52 फीसदी नीचे थी। सितंबर 2022 में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई रेट 10.55 फीसदी थी। जुलाई के महीने में यह शून्य से नीचे 1.36 प्रतिशत थी। अगस्त 2022 में यह 12.48 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
खाद्य वस्तुओं की महंगाई रेट 3.35 फीसदी रही
खाद्य वस्तुओं की महंगाई रेट पिछले दो महीनों में दोहरे अंक में रहने के बाद, सितंबर में घटकर 3.35 फीसदी हो गई। अगस्त में यह 10.60 फीसदी थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को कहा, ‘सितंबर 2023 में मुख्य रूप से पिछले साल के इसी महीने की तुलना में रासायनिक तथा रासायनिक उत्पादों, खनिज तेल, कपड़ा, बुनियादी धातुओं और खाद्य उत्पादों की कीमतों में गिरावट के कारण मुद्रास्फीति कम हुई।’
खुदरा महंगाई रेट तीन महीने के निचले स्तर पर
ईंधन और बिजली खंड की मुद्रास्फीति सितंबर में शून्य से 3.35 फीसदी नीचे रही, जो अगस्त में शून्य से 6.03 फीसदी नीचे थी। विनिर्मित उत्पादों की महंगाई रेट सितंबर में शून्य से 1.34 फीसदी नीचे रही। अगस्त में यह शून्य से 2.37 फीसदी नीचे थी। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) की तरफ से पिछले हफ्ते जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में खुदरा महंगाई रेट सालाना आधार पर घटकर तीन महीनों के निचले स्तर 5.02 फीसदी पर आ गई। सब्जियों और ईंधन की मूल्य में गिरावट इसका प्रमुख कारण रही।
क्या है थोक महंगाई दर
थोक मूल्य सूचकांक (WPI) थोक लेवल पर वस्तुओं की मूल्य का तय करती है। यानी वह सामान जिसकी बिक्री थोक में की जाती है और ग्राहकों के बजाय संगठनों के बीच कारोबार किया जाता है। WPI का प्रयोग कुछ अर्थव्यवस्था में महंगाई के माप के तौर पर किया जाता है।