इस सेक्टर की कंपनियों के शेयर में जबरदस्त उछाल
Elon Mask Plan For India: पीएम मोदी की तरफ से पिछले दिनों ‘रूफटॉप सोलर स्कीम’ (Rooftop Solar Scheme) का घोषणा किये जाने के बाद इस सेक्टर की कंपनियों से जुड़े शेयर में तेजी देखी जा रही है। बजट में भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने 10000 करोड़ रुपये का प्रावधान करने की घोषणा की है। बोला जा रहा है कि इससे गरीब तबके के परिवारों को सालाना 18000 रुपये तक का लाभ होगा। अब समाचार है कि अमेरिका की दिग्गज इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला इंक राष्ट्र में छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए लोकल पार्टनर की तलाश कर रही है।
लोकल लेवल पर पार्टनर की तलाश कर रही टेस्ला
इस पूरे मुद्दे की जानकारी रखने वाले शख्स ने लाइव मिंट को कहा कि टेस्ला इंक हिंदुस्तान में छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए लोकल लेवल पर पार्टनर की तलाश कर रही है। मिंट की रिपोर्ट में दावा किया गया कि एलन मस्क की प्रतिनिधित्व वाली कंपनी ने गवर्नमेंट को अपनी फ्यूचर प्लानिंग के बारे में पहले ही बता दिया है। कंपनी की तरफ से सब्सिडी और अन्य ग्रांट के लिए गुजारिश की गई है। इलेक्ट्रिक कारों के बिजनेस के अतिरिक्त टेस्ला सोलर पावर जनरेशन और स्टोरेज को कवर करने वाले घरेलू बिजली प्रोडक्ट भी बनाती है।
अमेरिका में सोलर बिजनेस में गिरावट
टेस्ला की तरफ से तैयार किये जाने वाले प्रोडक्ट में ‘सोलर रूफ’ भी शामिल है। इसमें छत को फोटोवोल्टिक टाइल से बदल दिया जाता है, जिसे Powerwall बोला जाता है। यह सोलर पैनल और बैटरी पावर स्टोरेज यूनिट है। टेस्ला की हिंदुस्तान में प्रारम्भ की जाने वाली योजना के बारे में ऐसे समय में सरगर्मी हो रही है जब जब कंपनी के अमेरिका में सोलर बिजनेस में गिरावट देखी जा रही है। दिसंबर तिमाही में यह एक वर्ष पहले के 100 MW से 59% गिरकर 41 MW रह गई है। यह 2020 के बाद से सबसे खराब स्थिति है।
सरकार ने किया विशेष योजना का ऐलान
दूसरी तरफ हिंदुस्तान गवर्नमेंट की तरफ से रूफ टॉप सोलर सिस्टम के लिए विशेष योजना का घोषणा किया गया है। रूफ टॉप सोलर सेगमेंट में टाटा पावर सोलर, अडानी सोलर, सेर-वोटेक पावर सिस्टम्स और वारी एनर्जीज जैसी घरेलू कंपनियां काम कर रही हैं। हालांकि इस पर टेस्ला की तरफ से किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की गई है। टेस्ला ने 2016 में मस्क के भाई लिंडन और पीटर रिव की तरफ से प्रारम्भ की गई सोलर-सिटी के 2.6 बिलियन $ के टेकओवर के जरिये सोलर रूफ-टॉप कारोबार की आरंभ की थी। उस समय, यह 800 MW से ज्यादा की स्थापना के साथ अमेरिकी बाजार में टॉप पर थी।
इस बारे में जानकारी रखने वाले विश्लेषकों ने बोला कि हिंदुस्तान की सोलर छत क्षमता पिछले पांच वर्षों में 47% की की रेट से बढ़ी है। यह आने वाले समय में एक बड़ा मौका है। दिसंबर तक राष्ट्र की कुल रूफ टॉप सोलर कैपिसिटी 11.1 GW थी। अभी इसका बड़ा हिस्सा कमर्शियल और इंडस्ट्रियल यूजर्स के पास है। गवर्नमेंट ने इसको लेकर 2022 तक 40GW का लक्ष्य रखा था, जो कि काफी कम है। पिछले महीने घोषित की गई पीएम सूर्योदय योजना का मकसद राष्ट्र के एक करोड़ घरों में छत पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट लगाना है। इसमें हर यूनिट से 300 यूनिट महीने की बिजली प्रोड्यूस की जाती है।