आज पेटीएम का शेयर 20 फीसदी गिरकर खुला इतने रुपये पर…
RBI Action on Paytm : पेटीएम के शेयरों में पैसा लगाने वाले निवेशकों का हालात खराब है। दो दिन में निवेशकों के 1.2 अरब $ डूब चुके हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया के पेटीएम पेमेंट बैंक ( Paytm Paytment Bank) पर एक्शन के बाद शेयरों का बुरा हाल है। बीते दो दिनों में पेटीएम के शेयर ( Paytm Share) 40 प्रतिशत शेयर गिर चुके हैं। Paytm के शेयरों में लगातार दूसरे दिन भी लोअर सर्किट लगा है। शुक्रवार को पेटीएम का शेयर 20 प्रतिशत गिरकर 487.20 रुपये पर खुला, जो गुरुवार को 609 रुपये पर बंद हुआ था।
डूबे निवेशकों के 1.2 अरब डॉलर
आरबीआई के एक्शन के बाद पेटीएम के शेयरों आज भी 20 प्रतिशत गिरकर लोअर सर्किट पर पहुंच गए। पेटीएम के शेयर लगातार दूसरे दिन 52 सप्ताह के लो पर पहुंच गया है। BSE वेबसाइट के अनुसार शेयरों में जारी गिरावट के चलते पेटीएम का बाजार कैप गिरकर 2 फरवरी को 30,931.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। पेटीएम निवेशकों को अब तक 2.1 अरब $ यानी करीब 1,73,95,65,45,000 रुपये का हानि हो चुका है। शेयरों की इस हालत के बाद निवेशकों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। निवेशको धड़ाधड शेयर बेचकर निकल रहे हैं। पेटीएम के शेयरों में गिरावट थमने का नाम ही नहीं ले रही है। निवेशकों में पेटीएम के शेयर बेचने की होड़ लगी हुई है। पेटीएम के शेयर। जो बीते बुधवार को 761 रुपये के लेवल पर बंद हुए थे, वो गिरकर 487 रुपये पर पहुंच गया है।
आरबीआई का एक्शन
रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया ने आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर पाबंदियां लगा दी। पेमेंट बैंक को किसी भी ग्राहक के खाते, प्रीपेड, वॉलेट और फास्टैग में 29 फरवरी के बाद जमा करने , टॉप अप स्वीकार न या क्रेडिट लेंन-देंन करने पर रोक लगा दी। जिसके बाद से पेटीएम के शेयरों का बुरा हाल है।
याद आए लिस्टिंग वाले दिन
1 नवंबर 2021 को पेटीएम का आईपीओ आया था। कंपनी ने प्राइस बैंड 2080 रुपये से 2150 रुपये प्रति शेयर तय किया था, लेकिन NSE पर इसकी लिस्टिंग 9 प्रतिशत डाउन के साथ 1955 रुपये पर हुई थी।लिस्टिंग के दिन ही पेटीएम के शेयर 27 प्रतिशत गिर कर 1564 रुपये पर पहुंच गए थे।
विजय शेखर शर्मा का भरोसा भी नहीं आया काम
पेटीएम फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने ट्वीट कर अपने ग्राहकों को भरोसा दिलाने की प्रयास की कि 29 फरवरी के बाद भी पेटीएम ठीक से काम करता रहेगा। पेटीएम ने इसके लिए अलग रास्ता निकालने की भी तैयारी कर ली, लेकिन निवेशक उनकी बातों पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।