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भारत में स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विसेज जल्द होंगी शुरू

एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को अगले कुछ दिनों में हिंदुस्तान में अपनी स्पेस-बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज को लॉन्च करने की स्वीकृति मिल सकती है में इस बात की जानकारी दी गई हैमें बोला गया है कि यह जानकारी स्टारलिंक की ओर से अपने शेयरहोल्डिंग पैटर्न के बारे में डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) को क्लेरिफिकेशन यानी स्पष्टीकरण भेजे जाने के बाद मिली है

DoT बुधवार तक स्टारलिंक को जारी कर सकता है लेटर ऑफ इंटेंट
‘स्टारलिंक ने DPIIT को उत्तर दिया है और अगले कुछ दिनों में या इस महीने के अंतिम तक डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) कंपनी को लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) जारी कर सकता है’कहा गया है कि डिपार्टमेंट अगले सप्ताह तक टेलीकॉम सेक्रेटरी नीरज मित्तल और कम्युनिकेशन सेक्रेटरी अश्विनी वैष्णव से अप्रूवल के लिए एक लेटर तैयार कर रहा है है कि अप्रूवल के तुरंत बाद सैटेलाइट कम्युनिकेशंस विंग (SCW) भी एलन मस्क के नेतृत्व वाली कंपनी स्टारलिंक को स्वीकृति दे देगीनीरज मित्तल और अश्विनी वैष्णव दोनों इस समय राष्ट्र से बाहर हैं मित्तल वाशिंगटन डीसी में PanIIT-2024 इवेंट में और वैष्णव वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के लिए दावोस में हैं

भारत में स्टारलिंक की जर्नी

  • एलन मस्क की स्टारलिंक ने नवंबर 2022 में हिंदुस्तान में ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट सर्विसेज (GMPCS) के लिए आवेदन किया था
  • अप्रूवल मिलने के बाद स्टारलिंक यह लाइसेंस हासिल करने वाली रिलायंस जियो और सुनील मित्तल की वन वेब के बाद हिंदुस्तान में तीसरी कंपनी बन सकती है
  • GMPCS लाइसेंस मिलने के बाद स्टारलिंक हिंदुस्तान में व्यक्तियों और ऑर्गेनाइजेशन को मैसेजिंग सर्विसेज, वॉयस सर्विसेज और ब्रॉडबैंड प्रोवाइड करने में सक्षम बन जाएगी
  • लाइसेंस के लिए गवर्नमेंट के अप्रूवल के अतिरिक्त सैटकॉम प्लेयर स्टारलिंक को स्पेस रेगुलेटर – भारतीय नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) से भी स्वीकृति लेनी होगी
  • IN-SPACe हिंदुस्तान में स्पेस एक्टिविटी अप्रूवल्स के लिए एक सिंगल-विंडो एजेंसी है इसके अप्रूवल के बाद स्टारलिंक को डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) से स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट लेना होगा
  • 2021 के अंतिम में सब्सक्राइबर्स से सर्विसेज के लिए एडवांस में पैसे लेने के लिए टेलीकॉम मिनिस्ट्री ने स्टारलिंक को फटकारा था, जबकि कंपनी ने लाइसेंस भी नहीं खरीदा था
  • मिनिस्ट्री ने स्टारलिंक से उन लगभग 5,000 सब्सक्राइबर्स को पैसे वापस करने के लिए बोला था, जिन्होंने हिंदुस्तान में इसकी सर्विसेज के लिए प्री-ऑर्डर किया था

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