RIL Market Cap: बाजार में गिरावट के बीच रिलायंस के शेयर में तेजी
Mukesh Ambani Networth: मुकेश अंबानी के संचालन वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का बाजार कैप मंगलवार को चढ़कर लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। इसके साथ ही आरआईएल 20 लाख करोड़ का बाजार कैप हासिल करने वाली राष्ट्र की पहली कंपनी बन गई। कंपनी का शेयर 2,957.80 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है। एक दिन पहले शेयर 2928.95 के स्तर पर बंद हुआ। बुधवार को बाजार में गिरावट के बीच भी रिलायंस के शेयर में तेजी देखी जा रही है और यह हरे निशान के साथ कारोबार कर रहा है। कंपनी का बाजार कैप 19,85,255 करोड़ रुपये हो गया है।
एक लाख के हो गए 55 लाख
रिलांयस के शेयर ने आरंभ से अब तक करीब 5500 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। रिलायंस के स्टॉक का शेयर बाजार में जुलाई 2002 में मूल्य 53.01 रुपये था। उस समय यदि किसी निवेशक ने शेयर में एक लाख रुपये का निवेश किया होगा तो यह आज बढ़कर करीब 54 लाख रुपये हो गया है। वर्ष 2002 में 53.01 के हिसाब से एक लाख रुपये में रिलायंस के 1886 शेयर मिले होंगे। यदि उस निवेशक ने इन शेयर को बेचा नहीं होगा तो ये 1886 शेयर (1886*2928.95=5,524,094) आज बढ़कर करीब 55 लाख रुपये के हो गए हैं।
कामयाबी के यात्रा पर रिलायंस इंडस्ट्रीज
जिन निवेशकों के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर हैं, उनको पिछले कुछ वर्षों में ही बंपर रिटर्न मिला है। आरआईएल (RIL) का बाजार कैप 19 वर्ष पहले अगस्त 2005 में एक लाख करोड़ के पार पहुंचा था। इसके 12 वर्ष बाद जुलाई 2017 में कंपनी का बाजार कैप बढ़कर 5 लाख करोड़ पर पहुंच गया। 2019 में कंपनी का बाजार कैप बढ़कर 10 लाख करोड़ और 2021 में 15 लाख करोड़ हो गया। अब फरवरी में कंपनी का बाजार कैप 20 लाख करोड़ के पार पहुंच गया। हालांकि बाद में इसमें कुछ गिरावट आई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की शुरुआत
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की आरंभ 1973 में धीरूभाई अंबानी ने की थी। उन्होंने उस समय ‘विमल’ ब्रांड के नाम से इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री में क्रांति ला दी थी। कंपनी 29 नवंबर 1995 को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्टेड हुई। वर्ष 2016 में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (Jio) की आरंभ की गई। इस टेलीकॉम कंपनी ने सस्ती और हाई-स्पीड 4G सर्विस के दम पर इंडियन टेलीकॉम सेक्टर की सीरत को बदल दिया।
देश की टॉप 10 कंपनी
पिछले दो सप्ताह में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार कैप करीब एक लाख करोड़ रुपये बढ़ गया है। बाजार कैप के लिहाज से 10 प्रमुख कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज टॉप पर बनी हुई है। बाजार कैप के मुद्दे में आरआईएल के बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, एलआईसी, एसबीआई, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी का नंबर है।