RBI MPC 2023 LIVE: रियल जीडीपी ग्रोथ इस साल 7 फीसद रहने की उम्मीद
RBI MPC 2023 LIVE: आरबीआई (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास आज मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नीतिगत निर्णय की घोषणा की। केंद्रीय बैंक इस हफ्ते अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट पर यथास्थिति बनाए रखा। दास ने कहा कि आरबीआई मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो रेट को 6.5 फीसद पर अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया।
आरबीआई आवास वापसी पर ध्यान केंद्रित रखेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने अंतिम बार इस वर्ष फरवरी में रेपो रेट को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया था और तब से बेंचमार्क नीति रेट में संशोधन नहीं किया है।
दास ने जीडीपी को लेकर कहा, “रियल जीडीपी ग्रोथ इस वर्ष 7 फीसद रहने की आशा है। अगले वर्ष पहली तीमाही में 6.7 पर्सेंट रहेगी। “एमपीसी ने 2024 के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 6.50 से बढ़ाकर 7 फीसद किया है। महंगाई को लेकर दास ने बोला कि मुख्य मुद्रास्फीति व्यापक रूप से नरम रही, लेकिन खाद्य मुद्रास्फीति का जोखिम कायम है। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने मुद्रास्फीति को काबू में रखने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए उदार रुख को वापस लेने का रुख बरकरार रखा है।
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा,” 4 फीसद मुद्रास्फीति का लक्ष्य अभी हासिल नहीं हुआ है। हमें अपने रास्ते पर बने रहना होगा।” आरबीआई को वित्त साल 24 की तीसरी तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति 5.6 फीसद और चौथी तिमाही में 5.2 फीसद रहने का अनुमान है। आरबीआई ने वित्त साल 2024 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.4 फीसद रहने का संभावना व्यक्त किया है।
एमपीसी की बैठक अक्टूबर में मुद्रास्फीति घटकर 4.87 प्रतिशत पर आने की पृष्ठभूमि में हुई। मुद्रास्फीति का नवंबर डेटा अगले हफ्ते जारी होने की आशा है। गवर्नमेंट ने आरबीआई को सीपीआई मुद्रास्फीति को दोनों तरफ 2 फीसदी के मार्जिन के साथ 4 फीसदी पर रखने का आदेश दिया है।
पांचवीं बार रेपो रेट में परिवर्तन के आसार नहीं थे: विशेषज्ञों का बोलना है कि रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर ही स्थिर रहेगी। रूस-यूक्रेन युद्ध और अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधानों की वजह से महंगाई बढ़ने के कारण मई 2022 में रेपो रेट में बढ़ोतरी का दौर प्रारम्भ हुआ था, जो फरवरी 2023 तक चलता रहा। लेकिन अप्रैल 2023 की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा से रेपो रेट स्थिर बनी हुई है।