RBI इंस्पेक्शन में कंपनी के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में मिली ये 4 बड़ी कमियां
IIFL फाइनेंस अब नए गोल्ड लोन नहीं दे पाएगी। आरबीआई यानी RBI ने तुरन्त असर से इस पर रोक लगा दी है। RBI को गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में कई तरह की अनियमितताएं मिली है। हालांकि, कंपनी मौजूदा गोल्ड लोन कस्टमर्स को सर्विस देना जारी रख सकेगी।
RBI ने कहा- पिछले कुछ महीनों से सेंट्रल बैंक इन कमियों पर कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट और ऑडिटर्स के साथ वार्ता कर रहा था, लेकिन अब तक कोई सार्थक सुधारात्मक कार्रवाई सामने नहीं आई। ऐसे में ग्राहकों के समग्र भलाई में ये प्रतिबंध महत्वपूर्ण था।
RBI इंस्पेक्शन में कंपनी के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में 4 बड़ी कमियां मिली हैं:
- लोन की स्वीकृति और डिफॉल्ट पर नीलामी के समय सोने की शुद्धता और वजन की जांच में गड़बड़ी थी।
- लोन-टू-वैल्यू रेश्यो का भी उल्लंघन हो रहा था। यानी, लिमिट से अधिक लोन का डिसबर्सल हो रहा था।
- कैश में लोन के डिसबर्सल और कलेक्शन की जो लिमिट है, उसका भी उल्लंघन कंपनी कर रही थी।
- आरबीआई को ग्राहकों के एकाउंट पर लगाए जाने वाले शुल्क आदि में पारदर्शिता की कमी मिली।
कंपनी की 500 से अधिक शहरों में 2600 से अधिक ब्रांचेज
IIFL फाइनेंस लिमिटेड फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी है। अपनी सहायक कंपनियों – IIFL होम फाइनेंस लिमिटेड, IIFL समस्त फाइनेंस लिमिटेड और IIFL ओपन फिनटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर कई तरह के लोन देती है।
इनमें होम लोन्स, गोल्ड लोन्स, बिजनेस लोन्स, लोन अगेन्स्ट प्रॉपर्टी और माइक्रो फाइनेंस जैसे लोन शामिल है। कंपनी की 500 से अधिक शहरों में 2600 से अधिक ब्रांचेज है जिनके जरिए वो अपनी सर्विसेज देती है।
3.94% की गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर
IIFL का शेयर सोमवार को 3.94% की गिरावट के साथ 598 रुपए पर बंद हुआ। बीते एक वर्ष में शेयर ने 31.75% का रिटर्न दिया है। वहीं इस वर्ष शेयर फ्लैट रहा है। इस वर्ष शेयर में -0.79% की गिरावट रही। 5 वर्ष में शेयर 226.53% चढ़ा है।