Old Pension पर हिमाचल प्रदेश के सीएम ने किया बड़ा ऐलान

पुरानी पेंशन के लिए देशभर में भिन्न-भिन्न राज्यों के कर्मचारी और केंद्रीय कर्मचारी मांग कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी शासित हिमाचल प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की गवर्नमेंट ने कर्मचारियों की मांगों को मानते हुए पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर दिया है। तेलंगाना में इसी वर्ष चुनाव होने हैं। यहां कांग्रेस ने अभी से सरकारी कर्मचारियों से पुरानी पेंशन को बहाल करने का वादा कर दिया है। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बोला कि यदि कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो वह तेलंगाना में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (OPS) को लागू करेगी।
1.36 लाख कर्मचारियों को दिया गया फायदा
हिमाचल प्रदेश के सीएम ने एक रैली को संबोधित करते हुए बोला कि उनकी गवर्नमेंट ने मानवतावादी रुख अपनाते हुए राज्य में 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के अनुसार लाई है। उन्होंने तेलंगाना के कर्मचारियों को विश्वास दिलाते हुए बोला कि प्रदेश कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी, कांग्रेस पार्टी विधायक दल के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क और राज्य में पार्टी मामलों के एआईसीसी प्रभारी माणिकराव ठाकरे ने उन्हें बताया कि सत्ता में आने के बाद ओपीएस (OPS) को लागू किया जाएगा।
तेलंगाना में भी कांग्रेस पार्टी ने किया वादा
उन्होंने कहा, ‘उनसे बात करके मुझे पता लगा कि जिस तरह से हिमाचल में पुरानी पेंशन लागू की गई। उसी तरह आने वाले समय में तेलंगाना गवर्नमेंट राज्य कर्मचारियों और ऑफिसरों के लिए पुरानी पेंशन को लागू करेगी। उन्होंने बोला कि कांग्रेस पार्टी लोगों से किए गए वादों को पूरी तरह पूरा करती है। कांग्रेस पार्टी ही राष्ट्र में एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो राष्ट्र की एकता और अखंडता को एक सूत्र में बांध सकती है।
पुरानी पेंशन योजना क्या है?
इसमें रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी को वेतन की आधी राशि पेंशन के रूप में मिलती है। पुरानी पेंशन के अनुसार जीपीएफ का प्रावधान है। इस योजना में कर्मचारी को 20 लाख रुपये तक की ग्रेच्युटी मिलने की सुविधा है। हर छह महीने बाद इसमें डीए बढ़ाया जाता है। योजना के अनुसार पेंशन का भुगतान गवर्नमेंट के खजाने से होता है। रिटायर कर्मचारी की मृत्यु होने पर नियमानुसार पेंशन की राशि उसके परिजनों को मिलती है।