बिज़नस

पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतें हुई घोषित, जानें अपने शहर का फ्यूल रेट

पेट्रोल और डीजल की कीमतें प्रत्येक दिन सुबह 6 बजे बताई जाती हैं, भले ही इनमें उतार-चढ़ाव हुआ हो या स्थिर रहे. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ऑयल विपणन कंपनियां (ओएमसी) अंतर्राष्ट्रीय कच्चे ऑयल की कीमतों और विदेशी मुद्रा दरों के आधार पर अपनी कीमतें समायोजित करती हैं.

मुंबई पेट्रोल और डीजल की कीमत

मुंबई में, 30 दिसंबर को पेट्रोल की मूल्य 100 रुपये से ऊपर 106.31 रुपये प्रति लीटर पर बनी रही, जबकि डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर पर बेचा जा रहा था.

दिल्ली पेट्रोल और डीजल की कीमत

30 दिसंबर तक दिल्ली में पेट्रोल की मूल्य 96.72 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल की मूल्य 89.62 रुपये प्रति लीटर है.

30 दिसंबर को शहरवार पेट्रोल और डीजल की कीमतें देखें ;

शहर पेट्रोल की मूल्य (रुपये/लीटर) डीजल की मूल्य (रुपये/लीटर)
चेन्नई 102.63 94.24
कोलकाता 106.03 92.76
नोएडा 96.79 90.08
लखनऊ 96.57 89.76
बेंगलुरु 101.94 87.94
हैदराबाद 109.66 97.82
जयपुर 109.31 93.72
तिरुवनंतपुरम 109.73 98.27
भुवनेश्वर 103.19 94.61

भारत में, पेट्रोल और डीजल की कीमतें माल ढुलाई शुल्क, मूल्य वर्धित कर (वैट) और क्षेत्रीय करों जैसे कारकों के आधार पर तय की जाती हैं. इसके कारण भिन्न-भिन्न राज्यों में दरें भिन्न-भिन्न होती हैं.

मई 2022 से ईंधन दरें अपरिवर्तित बनी हुई हैं, जब केंद्र गवर्नमेंट और कई राज्यों ने ईंधन करों में कटौती की थी.

OMCs प्रत्येक दिन सुबह 6 बजे पूरे विश्व में कच्चे ऑयल की मूल्य के आधार पर ईंधन की खुदरा कीमतों में परिवर्तन करती हैं. उत्पाद शुल्क, आधार मूल्य निर्धारण और मूल्य सीमा के माध्यम से गवर्नमेंट ईंधन की कीमतों को नियंत्रित करती है.

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक 

कच्चे ऑयल की कीमत:  कच्चा ऑयल पेट्रोल और डीजल के उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मुख्य कच्चा माल है, इसलिए इसकी मूल्य का इन ईंधनों की आखिरी लागत पर सीधा असर पड़ता है.

भारतीय रुपये और अमेरिकी $ के बीच विनिमय दर:  भारत अपना अधिकतर कच्चा ऑयल आयात करता है, इसलिए भारतीय रुपये और अमेरिकी $ के बीच विनिमय रेट भी पेट्रोल और डीजल की मूल्य को प्रभावित करती है.

टैक्स: केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल और डीजल पर कई तरह के टैक्स लगाती हैं. ये कर भिन्न-भिन्न राज्यों में भिन्न-भिन्न हो सकते हैं और पेट्रोल और डीजल की आखिरी मूल्य पर इनका जरूरी असर पड़ सकता है.

रिफाइनिंग की लागत: कच्चे ऑयल को पेट्रोल और डीजल में रिफाइन करने की लागत भी इन ईंधनों की आखिरी मूल्य को प्रभावित करती है. शोधन प्रक्रिया महंगी हो सकती है, और शोधन की लागत कई कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है, जैसे कि इस्तेमाल किए गए कच्चे ऑयल का प्रकार और रिफाइनरी की दक्षता.

पेट्रोल-डीजल की मांग:  पेट्रोल-डीजल की मांग का भी इनकी कीमतों पर असर पड़ सकता है यदि इन ईंधनों की मांग बढ़ती है, तो इससे कीमतें अधिक हो सकती हैं.

Related Articles

Back to top button