आईटी विभाग कर चोरों और फर्जी चालान बनाने वाली इकाइयों पर कास रही नकेल
नई दिल्ली: GST के जरिए केंद्र गवर्नमेंट का टैक्स राजस्व लगातार बढ़ रहा है। जुलाई महीने में मासिक GST कलेक्शन 11 प्रतिशत बढ़कर 1.55 करोड़ रुपये हो गया। 1.65 लाख करोड़ पार हो गया। इस प्रकार, लगातार पांचवीं बार गवर्नमेंट को GST राजस्व रु। 1.60 लाख पार हो गए।
वित्त मंत्रालय ने बोला कि जुलाई 2023 में GST संग्रह पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 11 फीसदी अधिक था। जुलाई 2022 में GST संग्रह रु। 1.49 लाख करोड़। जुलाई 2023 लगातार दूसरा महीना है जब GST राजस्व मासिक आधार पर बढ़ा है। जून और मई में GST राजस्व क्रमशः रु। 1.61 लाख करोड़ रु। 1.57 लाख करोड़। अप्रैल में गवर्नमेंट को रिकॉर्ड रुपये मिले। 1.87 लाख करोड़ का GST कलेक्शन हुआ।
समीक्षाधीन महीने के दौरान, सेवाओं के आयात सहित घरेलू लेनदेन से राजस्व साल-दर-साल 15 फीसदी बढ़ा। एनए शाह एसोसिएट्स पार्टनर (अप्रत्यक्ष कर) पराग मेहता ने बोला कि घरों, कारों, छुट्टियों और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं पर उपभोक्ता खर्च बढ़ने के कारण मासिक GST संग्रह भी बढ़ा है। एक मजबूत जीएसटीएन नेटवर्क प्रारंभिक चरण में कर चोरों की पहचान कर सकता है। इसलिए इनकम टैक्स विभाग को नियमित आधार पर कर राजस्व मिल रहा है और आईटी विभाग कर चोरों और फर्जी चालान बनाने वाली इकाइयों पर नकेल कस रहा है। इसके अलावा, GST परिषद नियमित रूप से कानून, मुनासिब परिश्रम और ऑफिसरों द्वारा उच्च संग्रह सहित विभिन्न उद्योग मुद्दों पर स्पष्टीकरण देती है।
डेलॉइट इण्डिया के पार्टनर एमएस मणि ने बोला कि राज्य-वार GST ऑडिट की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ ई-चालान टर्नओवर सीमा में प्रगतिशील कमी के कारण सभी व्यवसाय अधिक GST अनुपालन बन गए हैं, जिससे मासिक GST संग्रह में वृद्धि हुई है। ।