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आम आदमी पर पड़ी महंगाई की मार ,सीमेंट के बढ़े दाम

अगर आप घर बनाने की योजना बना रहे हैं तो यह समाचार आपको चौंका देगी आम तौर पर कम मांग के बावजूद, सीमेंट कंपनियों ने एक बार फिर 1 अक्टूबर से रु 15 तक बढ़ोतरी होने जा रही है उत्पादन लागत बढ़ने से सीमेंट की मूल्य बढ़ने की आसार है

आम आदमी पर महंगाई की एक और मार पड़ी है सीमेंट कंपनियों ने एक बार फिर सीमेंट के मूल्य बढ़ा दिए हैं जानकारी के मुताबिक, सीमेंट कंपनियों ने 1 अक्टूबर से एक बार फिर से प्रति बोरी 50 रुपये प्रति बोरी कार्टेल बना लिया है 15 तक बढ़ोतरी होने जा रही है कंपनियों ने डीलरों को इसकी जानकारी दे दी है सीमेंट कंपनियों के अनुसार उत्पादन लागत बढ़ने के कारण वे कीमतें बढ़ाने जा रही हैं अगस्त तक 310 रु 1 सितंबर को सीमेंट की मूल्य 320 रुपये प्रति बैग थी 50 रुपये की खुदरा बिक्री में एक साथ वृद्धि हुई प्रति बैग 360 रुपये तक पहुंच गया है अब एक बार फिर से कंपनियों द्वारा की गई बढ़ोतरी के बाद यह बाजार में 10 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है 400 तक पहुंच जाएंगे जिसका असर सीधे तौर पर निर्माण कार्य पर पड़ेगा

छत्तीसगढ़ राष्ट्र की कुल जरूरत का 20 फीसदी उत्पादन करता है

सीमेंट उत्पादन के मुद्दे में छत्तीसगढ़ राष्ट्र के प्रमुख राज्यों में से एक है देश की कुल सीमेंट जरूरत का लगभग 20 फीसदी यहीं उत्पादित होता है यहां सीमेंट कंपनियों के 14 प्लांट संचालित हैं, जिनकी वार्षिक उत्पादन क्षमता लगभग 260 लाख टन है आंध्र प्रदेश राष्ट्र का सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक राज्य है राजस्थान दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक राज्य है, इसके बाद कर्नाटक तीसरे और मध्य प्रदेश चौथे जगह पर है 1 अक्टूबर से कीमतें बढ़ सकती हैं जिससे निर्माण कार्य प्रभावित होंगे

गिर सकते हैं सरिया के दाम!

फिलहाल सरिया खुले बाजार में 59 हजार रुपये प्रति टन और फैक्ट्रियों में 56 हजार 500 रुपये प्रति टन की मूल्य पर बिकता है व्यापारियों का बोलना है कि आने वाले दिनों में रबर की कीमतों में और गिरावट आ सकती है पिछले अप्रैल में सरिया रु 64 हजार प्रति टन तक पहुंच गया

कंपनियों की कमाई बढ़ेगी

कुछ जानकारों का बोलना है कि यदि सीमेंट कंपनियां सीमेंट की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने में सफल रहीं, तो उनकी कमाई रु तक पहुंच सकती है 800-900 रु 1200-1300 प्रति टन संभावित है

 

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