Google ने प्ले स्टोर से हटाए गए इंडियन ऐप्स को फिर से किया बहाल
हिंदुस्तान गवर्नमेंट की कठोरता के बाद गूगल (Google) ने प्ले स्टोर से हटाए गए भारतीय ऐप्स को फिर से बहाल कर दिया है। कंपनी ने 1 मार्च को नौकरी, विवाह और 99Acres के साथ कई भारतीय ऐप्स को पेमेंट पॉलिसी के उल्लंघन के कारण प्ले स्टोर से हटा दिया था। प्ले स्टोर पर Naukri.com और 99 Acres समेत कुछ ऐप फिर से दिखने लगे हैं। वहीं, हिंदुस्तान मैट्रिमोनी, ट्रूली मैडली और KUKU FM ऐप समाचार लिखे जाने तक प्ले स्टोर पर वापस नहीं आए हैं। बताया जा रहा है कि ये ऐप भी जल्द ही फिर से प्ले स्टोर पर दिखने लगेंगे।
अश्विनी वैष्णव ने की गूगल से बात
शुक्रवार को गूगल की कठोर कार्रवाई के बाद, गवर्नमेंट ने भी कंपनी से संपर्क किया और उसे अपना निर्णय बदलने के लिए कहा। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘भारत बहुत साफ है, हमारी नीति बहुत साफ है। हमारे स्टार्ट-अप को वह सुरक्षा मिलेगी जिसकी उन्हें जरूरत है। मैंने पहले ही गूगल को टेलीफोन किया है। मैंने पहले ही उन ऐप डेवलपर्स को टेलीफोन किया है जिन्हें प्ले स्टोर से हटा दिया गया है, हम अगले सप्ताह उनसे मिलेंगे। इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। इस तरह की डी-लिस्टिंग की अनुमति नहीं दी जा सकती।‘
इन्फोएज के संजीव बिखचंदानी ने किया कन्फर्म
नौकरी और 99Acres ऐप ऑपरेट करने वाले इन्फोएज के संजीव बिखचंदानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बोला कि कंपनी के कई ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर वापस आ गए हैं।
हालांकि, गूगल द्वारा हटाए गए शादी।कॉम ऐप को चलाने वाले पीपल ग्रुप के फाउंडर अनुपम मित्तल ने बोला कि गूगल द्वारा इन ऐप्स को तभी बहाल किया गया, जब उन्होंने गूगल की पॉलिसी को मानने के लिए इन-ऐप पेमेंट के सभी उपायों को हटा दिया था। उन्होंने एक्स पर कहा, ‘ऐप्स बिना बिलिंग के वापस आ गए हैं जो उनके न होने जितना ही अच्छा है।‘
सुप्रीम न्यायालय ने दी गूगल को हरी झंडी
ऐप्स को हटाने के गूगल के निर्णय से इंटरनेट कद्दावर और कुछ भारतीय ऐप डेवलपर्स के बीच संबंधों में खटास बढ़ गई है। ऐप डेवेलपर्स ने इन-ऐप भुगतान पर 11% से 26% कमीशन चार्ज करने की पॉलिसी का विरोध किया था, लेकिन इस वर्ष की आरंभ में मद्रास उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के फैसलों ने कारगर रूप से गूगल को शुल्क वसूलने या ऐप्स हटाने की हरी झंडी दे दी।