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चीनी स्‍पेस स्‍टेशन का कंट्रोल शेनझोउ 17 क्रू के हाथ में सौंपा

चीन का स्‍पेस स्‍टेशन पूरी तरह से ऑपरेशनल है पहली बार इसकी ऐसी तस्‍वीरें सामने आई हैं, जिनमें तियांगोंग स्‍पेस स्टेशन (Tiangong space station) की पूरी संरचना दिखाई दे रही है एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के  शेनझोउ 16 मिशन के क्रू ने पृथ्‍वी पर लौटते समय इस स्‍पेस स्‍टेशन की बहुत बढ़िया तस्‍वीरें लीं एचडी कैमरे से ली गई तस्‍वीरों में देखा जा सकता है कि चीन अब अंतरिक्ष की दुनिया में कितना आगे निकल गया है उसने अपने दम पर स्‍पेस स्‍टेशन को बनाया है, जो इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) से मुकाबला करता है

स्‍पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट कहती है कि शेनझोउ 16 टीम ने 26 अक्‍टूबर को चीनी स्‍पेस स्‍टेशन का कंट्रोल शेनझोउ 17 क्रू के हाथ में सौंपा और तीन चीनी अंतरिक्ष यात्री पृथ्‍वी के लिए रवाना हुए उनमें कमांडर जिंग हैपेंग, झू यांगझू और गुई हाइचाओ शामिल थे उसी टीम ने चीनी स्‍पेस स्‍टेशन की तस्‍वीरें ली

रिपोर्ट के अनुसार, यह स्‍पेस स्‍टेशन पृथ्‍वी से 340 से 450 किलोमीटर की ऊंचाई पर है वर्ष 2021 में पहली बार तियांगोंग स्‍पेस स्‍टेशन पर अंतरिक्ष यात्रियों का एक दल पहुंचा था, जिसने वहां 90 दिन बिताए थे हालांकि तब स्‍पेस स्‍टेशन का पहला भाग पूरा हुआ था स्‍पेस स्‍टेशन की दूसरी और तीसरी यूनिट्स को पिछले वर्ष और इस वर्ष लॉन्‍च किया गया

तियांगोंग स्‍पेस स्टेशन एक 55 मीटर लंबा स्‍टेशन है इसका वजन 77 टन है यह अमेरिका और रूस के दबदबे वाले इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन से 20 प्रतिशत बड़ा है इस स्‍पेस स्‍टेशन पर भी कई प्रयोग किए जा रहे हैं चीन की अंतरिक्ष एजेंसी कम से कम एक दशक तक इस स्‍पेस स्‍टेशन को ऑपरेट करना चाहती है

अपना स्‍पेस स्‍टेशन बनाकर चीन ने बाकी राष्ट्रों खासतौर पर अमेरिका को चुनौती दी है याद रहे कि इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में चीन को भागीदार नहीं बनाया गया था, जिसके बाद उसने अपना स्‍पेस स्‍टेशन बनाकर दम लिया हिंदुस्तान भी स्‍पेस स्‍टेशन बनाने की दिशा में आगे बढ़ा है उसने वर्ष 2040 का लक्ष्‍य तय किया है

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