दिल्ली हवाई अड्डों पर चालू वित्त वर्ष में यात्रियों की संख्या में बड़ा इजाफा होने की उम्मीद
Delhi airport passengers: दिल्ली हवाई अड्डों पर चालू वित्त साल में यात्रियों की संख्या में बड़ा बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकता है। चालू वित्त साल 2023-24 में यात्रियों की संख्या Covid-19 में अंतरराष्ट्रीय महामारी से पहले के स्तर के पार निकलने की आशा है। इस बार यात्रियों की संख्या सात करोड़ से अधिक रहने की आशा है। हवाई अड्डा संचालन करने वाली दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विदेह कुमार जयपुरियार ने शुक्रवार को यह भी बोला कि अगले वर्ष फरवरी के अंत तक टर्मिनल-1 का विस्तार पूरा होने की आशा है। इससे घरेलू हवाई यात्री में वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त टर्मिनल-2 (टी2) को कुछ समय के लिए अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल में बदल दिया जाएगा।
वर्तमान में टी-2 पर घरेलू उड़ाने की आवाजाही होती है। टी-2 1.5 करोड़ यात्रियों का प्रबंधन करने की क्षमता रखता है। राष्ट्रीय राजधानी स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए) राष्ट्र का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है और इसका संचालन डायल करती है।
वर्तमान में हवाई अड्डे पर तीन टर्मिनल टी-1, टी-2 और टी-3 हैं। यातायात के रुझान के आधार पर संचालक टी-4 के बारे में फैसला करेंगे। अभी सिर्फ़ टी-3 से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों का संचालन होता है। जयपुरियार ने वार्ता में बोला कि यात्रियों की संख्या में अच्छा सुधार हो रहा है।
उन्होंने बोला है कि इस वित्त साल में हम Covid-19 के पूर्व (यात्री संख्या) से अधिक (यात्री संख्या में) पर पहुंचने जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय महामारी से पहले अधिकतम 6.93 करोड़ यात्री की आवाजाही होती थी। पिछले वित्त साल में हमने 6.53 करोड़ यात्रियों का आंकड़ा पार किया। इस वित्त साल में हम सात करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएंगे।
जयपुरियार ने कहा कि इनमें से 5.2 करोड़ से अधिक घरेलू यात्री होंगे और करीब 1.8 करोड़ अंतर्राष्ट्रीय यात्री होंगे। ‘डायल’ हवाई अड्डे के लिए अपने ‘मास्टर प्लान’ पर भी फिर से विचार करेगा जो 2016 में तैयार किया गया था और वर्तमान क्षमता स्तर उस योजना पर आधारित हैं। उन्होंने बोला कि टी-1 का विस्तार अगले वर्ष फरवरी अंत तक पूरा होने की आसार है। इसके पूरा होने पर टर्मिनल की यात्री प्रबंधन क्षमता 1.7 करोड़ से बढ़कर चार करोड़ हो जाएगी।
जयपुरियार ने बोला है कि तब हमारी कुल घरेलू क्षमता टी-1 में चार करोड़ और टी-3 पर 2.5 करोड़ होगी। उन्होंने कहा कि टी-3 पर अंतर्राष्ट्रीय यात्री प्रबंधन क्षमता करीब दो करोड़ है। हवाई अड्डे पर प्रत्येक दिन करीब 1,500 उड़ानों की आवाजाही होती है। जीएमआर समूह की प्रतिनिधित्व वाला ‘डायल’ पर्यावरण के मोर्चे पर भी विभिन्न तरीका कर रहा है। इसका लक्ष्य 2030 तक इसे शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला हवाई अड्डा बनने का है।