₹120 से टूटकर ₹1 तक आया अंबानी का यह शेयर
भारी ऋण की वजह से अनिल अंबानी की ज्यादातर लिस्टेड कंपनियां दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही हैं. इनमें से कुछ कंपनियों को खरीदार भी मिल चुका है. उदाहरण के लिए हाल ही में रिलायंस कैपिटल को हिंदुजा समूह की कंपनी ने खरीदा है तो रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड (आरएनईएल), स्वान एनर्जी लिमिटेड की झोली में गई है. अब स्वान एनर्जी की ओर से रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग के अधिग्रहण पर एक अहम जानकारी दी गई है.
क्या बोला कंपनी ने
स्वान एनर्जी ने बीएसई फाइलिंग में बोला कि रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड (आरएनईएल) के मौजूदा शेयरधारकों द्वारा रखे गए प्रत्येक 275 इक्विटी शेयरों के लिए एक (1) इक्विटी शेयर जारी करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. इस प्रक्रिया का आदेश एनसीएलटी की अहमदाबाद पीठ के 23 दिसंबर, 2022 को दिया था. अब इसी के साथ
रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड स्टॉक एक्सचेंजों से दोबार लिस्टिंग की स्वीकृति प्राप्त करने की प्रक्रिया में है. स्वान एनर्जी ने बोला कि लिस्टिंग की प्रक्रिया स्टॉक एक्सचेंजों की स्वीकृति का प्रतीक्षा है.
ट्रेडिंग है बंद
बता दें कि रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड की ट्रेडिंग लंबे समय से बंद है. वर्ष 2010 में 120 रुपये के इस शेयर ने निवेशकों को बड़ा हानि पहुंचाया है. मार्च 2023 में इस शेयर की मूल्य 99 प्रतिशत गिरकर 1.61 रुपये तक पहुंच गई. शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो प्रमोटर्स नहीं हैं बल्कि पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास 100 प्रतिशत हिस्सेदारी है. पब्लिक शेयरहोल्डर्स की बात करें तो एलआईसी में 7.93 प्रतिशत या 58,46,5899 शेयरों की हिस्सेदारी है.
2100 करोड़ रुपये की डील
बता दें कि एनसीएलटी ने कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रेजॉलूशन प्रोसेस के अनुसार अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड के लिए हाजेल इंफ्रा लिमिटेड की बोली को स्वीकृति दी. हाजेल इंफ्रा लिमिटेड, स्वान एनर्जी की 74 पर्सेंट हिस्सेदारी और हाजेल मर्केंटाइल लिमिटेड की 26 पर्सेंट हिस्सेदारी वाला एसपीवी (स्पेशल पर्पज व्हीकल) है. यह डील 2100 करोड़ रुपये की थी