जनें वो कौन सी गलती आप करते हैं, जिसके बाद बैंक आपके खाते को कर देता है ब्लॉक…
Bank Account से लेनदेन काफी तेजी से बढ़ा है. यूपीआई (UPI) का इस्तेमाल जब से प्रारम्भ हुआ है, लेंन-देंन की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, इसके साथ ही खतरे भी बढ़ गए हैं. ‘मनी म्यूल’ होने पर बैंक अपने ग्राहकों के खाते को ब्लॉक भी कर रहे हैं. कई ऐसे लोगों ने सोशल मीडिया के जरिये कम्पलेन भी दर्ज कराई है कि उसके खाते ब्लॉक कर दिए गए हैं. वह लेनदेन नहीं कर पा रहा है. आखिर क्या वजह है कि बैंकों को अपने ग्राहकों के खाते ब्लॉक करने पर विवश होना पड़ रहा है. आइए जानते हैं कि वो कौन सी गलती आप करते हैं, जिसके बाद बैंक आपके खाते को ब्लॉक कर देता है.
कब बैंक ब्लॉक करता है अकाउंट
अगर आपने एकाउंट का इस्तेमाल ‘मनी म्यूल’ खाता के तौर र करेंगे तो बैंक आपके एकाउंट को ब्लॉक कर देता है. मनी म्यूल खाता उस एकाउंट को बोला जाता है, जिसका इस्तेमाल दूसरों की ओर से गैरकानूनी रूप से अर्जित धन प्राप्त करने और स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है. कोई आदमी जानबूझकर या अनजाने में मनी म्यूल बन सकता है और गैरकानूनी रूप से अर्जित धन प्राप्त कर सकता है और इसे दूसरों को हस्तांतरित करने में सहायता कर सकता है. एक धोखेबाज कुछ फायदा का लालच देकर खाताधारकों से संपर्क करता है. बाद में उसका खाते द्वारा गलत लेनदेन पाए जाने पर ब्लॉक कर दिया जाता है.
तेजी से बढ़े इस तरह के मामले
वर्तमान में फर्जीवाड़ा सभी अपराधों में ‘मनी म्यूल’ खातों की हिस्सेदारी 40% है. धोखेबाज सरलता से मनी म्यूल खातों का इस्तेमाल करते हैं वह एक चुनौती बनी हुई है. इस फर्जीवाड़ा से निपटने के लिए सिंगापुर और यूके जैसे कुछ राष्ट्र डेटा-शेयरिंग प्लेटफॉर्म बना रहे हैं.
बैंक खाते क्यों ब्लॉक कर देते हैं?
बैंकिंग और साइबर सुरक्षा जानकारों के अनुसार, एचडीएफसी बैंक सहित कम से कम पांच भारतीय बैंक हैं, जो मनी म्यूल लेनदेन पर नजर रख रहे हैं. बैंकिंग फर्जीवाड़ा विश्लेषण जानकारों का बोलना है कि बैंक पहले संदिग्ध मनी म्यूल खातों को ब्लॉक करते हैं और फिर जांच प्रारम्भ करते हैं. अब प्रश्न उठता है कि बैंक खाते को ब्लॉक क्यों करते हैं? जानकारों का बोलना है कि फ्रॉड करने वाले ऑपरेटर तेजी से पैसा स्थानांतरित करते हैं और जब तक वास्तविक खाताधारक को पता चलता है कि क्या हुआ है तब तक पैसा हजारों अन्य बैंक खातों में निकाल लिया गया होता है. यही कारण है कि बैंकों को चिह्नित बैंक खाते पर तुरंत कार्रवाई करनी होती है. इसलिए वो बिना बताए खाते को ब्लॉक कर देता है.