बाघ ने जंगल से निकल कर किया बकरियों का शिकार

VTR से सटे क्षेत्र में एक बार फिर ग्रामीणों को बाघ का खौफ सताने लगा है। हालांकि वीटीआर क्षेत्र से आए दिन कुछ न कुछ अवांछनीय घटनाएं सामने आती रहती है। दरअसल, वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना (VTR) से सटे पचरौता गांव से सौ मीटर उत्तर सरेह में शुक्रवार को बाघ ने चार बकरियों को मार डाला। बाघ को शिकार करते देख गांव के एक निवासी के 12 वर्षीय पुत्र मो। आजाद ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई तथा गांव में परिजनों को जानकारी दी।
पगमार्क देख वन विभाग को दी सूचना
आजाद के बताए स्थान पर जब ग्रामीण पहुंचे तब वहां बकरियों के मृत शरीर पड़े हुए थे। आसपास में बाघ के पगमार्क देख ग्रामीणों ने वन कार्यालय को सूचना दी। इधर, मंगुराहा वन रेंज के रेंजर सुनील कुमार ने बताया कि पगमार्क की जांच कराई जा रही है। आवेदन देने पर मुआवजा दिलाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी एक बाघिन आदमखोर हो गई थी। कई लोगों का शिकार कर लेने के बाद उसे STF ने मार गिराया था। अब इस घटना से जोड़कर ग्रामीण एक बार फिर भय में आ चुके हैं।
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गौनाहा में शावक की चहलकदमी से दहशत
इधर, गौनाहा वीटीआर से भटके शावक ने भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। दरअसल वन विभाग द्वारा ट्रैकिंग के बावजूद भी शावक टिकुल टोला में द्वारदह नदी किनारे के गन्ने के खेत से निकल गया। उसके पकड़ में नहीं आने से दर्जनोभर गांव में दहतश का माहौल है। मंगुराहां रेंजर के मुताबिक लगातार ट्रैकिंग की जा रही है।