गया में तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार, एक करोड़ से अधिक का किया है फ्राॅड

गया में तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार, एक करोड़ से अधिक का किया है फ्राॅड

गया की बुनियादगंज थाने की पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों को अरैस्ट किया है. तीनों ने अब तक करीब एक करोड़ रुपए के फ्रॉड किया है. पकड़े गए अपराधियों ने अपना क्राइम कबूल कर लिया है. साथ ही पुलिस को भी अपराधियों को कई सारे ठोस सबूत मिले हैं. खास बात यह है कि तीन में से एक मैट्रिक फेल है और दो सामान्य पढ़े लिखे हैं. लेकिन तकनीक का सहारा लेकर फ्राड करने में माहिर है

पुलिस का बोलना है कि फ्रांड का गुर इन तीनों ने अपने गांव के एक शख्स से सीखा था. तीनों क्रिमिनल नवादा जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के मंझवे गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि पकड़े जाने वालों में टिंकू चौरसिया, सौरभ चौरसिया और संजीत चौरसिया शामिल है. टिंकू पूर्व में भी कारागार जा चुका है.

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि पुलिस को साइबर ठगी की कम्पलेन मिली थी. इस पर पुलिस काम कर रही थी. काम के दौरान पुलिस के हत्थे टिंकू नाम का एक पुरुष बुनियादगंज पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उससे पूछताछ की गई तो उसने सारे राज उगल दिए. साथ ही उसने अपनी निशानदेही पर अपने दो साथियों को अरैस्ट कराया. उन दोनों ने भी अपना क्राइम कबूल किया है.

एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए क्रिमिनल मोबाइल का फर्जी सीम बंगाल से खरीद कर फ्राॅड करते थे. साथ ही में सरकारी विभाग से डाटा खरीद कर लोगों का नंबर लेते थे. इसके बाद वे उन नंबरों पर टेलीफोन कर केवाईसी के नाम पर ठगी कर रहे थे. इस तरह से उन अपराधियों ने करीब एक करोड़ रुपये के फ्रॉड किया है.

एसएसपी ने बताया कि फ्राॅड के अनुसार आने वाले रुपए को साइबर क्रिमिनल किसी और खाते में मंगवाते थे. उस खाते का फर्जी आधार कार्ड बनवाकर सीएसपी से रुपए निकलवा लिया करते थे. यह सारा तथ्य पुलिस की जांच में सामने आया है.

एसएसपी ने बताया कि इस मुद्दे को ईओयू को ट्रांसफर किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि साइबर अपराधियों को पकड़ने वाली टीम को पुरस्कृत भी किया जाएगा. सूत्रों का बोलना है कि पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को छोड़ देने के लिए लाखों रुपए का ऑफर किया था पर पुलिस उनके झांसे में नहीं आए.