बिहार: बीच शहर में घूम रहे थे ऐसे अपराधी जिनकी करतूत आपको चौका देगी, जानें पूरा मामला
बिहार के नवादा में क्राइम की सीमा लांघते हुए ऐसी घटना को अंजाम दिया गया है जो इन्सानियत को शर्मसार कर रहा है। नवादा नगर थाना क्षेत्र के खरीदी बीघा में 26 दिसंबर को वृद्ध स्त्री की मृत-शरीर बरामद हुई जो गया जिले की रहने वाली थी। बाद में जब इस हत्याकांड का पुलिस ने उदभेदन किया तो सभी चौंक गए। अपराधियों ने लगभग 60 से 62 साल की वृद्ध स्त्री के साथ गैंगरेप किया था। बाद में अपराधियों ने गर्दन रेत मर्डर कर दी। इतना ही नहीं स्त्री के प्राइवेट पार्ट को भी इन हवसी लोगों ने काट डाला था।
क्या है पूरा मामला- नगर पुलिस स्टेशन में सदर एसडीपीओ अजय प्रसाद ने प्रेसवार्ता कर कहा कि 25 दिसंबर को स्त्री अपनी पति के साथ गया से ट्रेन के जरिये नवादा अपने सम्बन्धी के यहां आ रही थी। इसी दिन नवादा शहर में शहीद चंदन कुमार की आखिरी मृतशरीर यात्रा निकाली जा रही थी, जिसमें जनसैलाब उमड़ा था। रेलवे स्टेशन से इन्हें आगे जाने का कोई जुगाड़ नहीं मिला। इस दौरान शहर के लाल चौक पर एक पुरुष जो इस पूरे काण्ड का मुख्य आरोपी था। इन्हें बहला फुसलाकर शहर के गढ़ पर मुहल्ला स्थित इमामबाड़ा के नजदीक बिठा दिया। इस दौरान वृद्ध स्त्री के पति मोबाइल रिचार्ज करवाने चले गए। जब लौटकर आए तो पुरुष और उनकी पत्नी गायब थी।
5 दोस्तों ने किया गैंगरेप, की निर्मम हत्या
शहर के गोंदापुर मुहल्ला निवासी कैलाश यादव का पुत्र सुनील यादव ने इस पूरे घटना की षड्यंत्र रची थी। स्त्री को वो बहला फुसलाकर शहर में घुमाता रहा। जैसे ही रात हुई स्थान स्थान पर उसके अन्य 4 दोस्तों को मिले और खरीदी बिगहा स्थित अम्बेडकर छात्रवास के पीछे सुनसान स्थान देखते हुए वृद्ध स्त्री के साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। बाद में चाकू से गर्दन रेत उसकी मर्डर कर दी। पकड़े जाने के डर से स्त्री का प्राइवेट पार्ट भी काट दिया। अगले दिन सुबह वृद्ध स्त्री की मृत-शरीर मिली जिसका पहचान कई घंटों बाद की जा सकी।
चार बार कारावास जा चुका है मुख्य आरोपी
इस क्रिमिनल के अन्य साथी भी शहर के गोंदापुर मुहल्ले के ही रहने वाले हैं। इनके साथ 3 दोस्त गोंदापुर मुहल्ले के राजेन्द्र यादव के 25 वर्षीय पुत्र बिपिन यादव, ललन यादव के 25 वर्षीय पुत्र पिन्टू यादव, दिनेश यादव के पुत्र निरंजन यादव जो पकड़े गए हैं। जबकि, इसी मुहल्ले के हरि यादव के पुत्र कारू यादव फरार चल रहा है। इन सभी अपराधियों के आपराधिक इतिहास खांगाले गए तो मुख्य आरोपी सुनील यादव छिनतई लूट जैसे कई घटना कर चुका है और 4 बार कारावास भी जा चुका है। सभी ने अपना अपना अपराध कबूल कर लिया है।
नवादा पुलिस ने कम समय में किया उद्भेदन
इस घटना के तुरंत प्राथमिक की दर्ज कर टीम बनाकर हर बिंदु पर वैज्ञानिक अनुसंधान शुरुआत किया गया था। इस दौरान नवादा शहर के कई दर्जन सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, जिसमें एक संदिग्ध का फोटो और हुलिया आ गया। इस संदिग्ध की तलाश हेतु पुलिस ने सभी तंत्रों को एक्टिव कर दिया और पुलिस ने अंततः इस जघन्य क्राइम का उद्भेदन कर दिया। अनुसंधान टीम में सदर एसडीपीओ अजय प्रसाद, नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, इंस्पेक्टर नीरज कुमार, एसआई अजय प्रसाद एवं डीआईयू की टीम शामिल रही।