बिहार: मैट्रिक परीक्षा प्रणाली में हुए सकारात्मक बदलाव
Bihar Board: बिहार बोर्ड की ओर से इंटर और मैट्रिक परीक्षा की तैयारी प्रारम्भ हो चुकी है। उत्तर पुस्तिका का मुल्यांकन करने वाले केंद्रों पर खास प्रबंध होने वाली है। परीक्षा के बाद शीघ्र परिणाम जारी किया जा सकें, इसकी तैयारी की जा रही है। उत्तर पुस्तिका का सरलता से हो सके इसके लिए नए कंप्यूटरों का व्यवस्था किया जाएगा। इसमें परीक्षार्थी के कॉपी पर अंकित नंबरों की औनलाइन एंट्री होगी। बता दें कि इंटर की परीक्षा का आयोजन एक फरवरी से होगा। वहीं, मैट्रिक की परीक्षा 23 फरवरी से शुरु होने वाली है। इसके लिए परीक्षार्थी भी तैयारियों में जुटे हुए है। दूसरी ओर बोर्ड कदाचार मुक्त परीक्षा करवाने से लेकर शीघ्र ही उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की तैयारी में जुटा हुआ है।
परीक्षा प्रणाली में हुए सकारात्मक बदलाव
बिहार बोर्ड की ओर से देशभर में सबसे पहले इंटर और मैट्रिक की परीक्षा का परिणाम जारी किया जाता है। साथ ही बिहार बोर्ड अक्सर ही परीक्षा को लेकर कई परिवर्तन करता है। यहां परीक्षा के दौरान अच्छी टेक्नोलोजी का इस्तेमाल होता है। परीक्षा प्रणाली में कई सकारात्मक परिवर्तन किए गए है। पहले आंसर शीट में परिवर्तन किया गया था। मूल्यांकन कार्य में इस बार परिवर्तन भी किया गया है। कंप्यूटर के जरिए मूल्यांकन के कई फायदें है। इससे शीघ्र परिणाम सामने आता है। इसके अतिरिक्त ठीक रिज़ल्ट भी कंप्यूटर की सहायता से जारी होती है। काफी अच्छे माहौल में यहां परीक्षा ली जाती है। नकल नहीं हो इसका खास ख्याल रखा जाता है।
31 दिनों के अंदर हुई थी कॉपियों की जांच
बिहार बोर्ड की ओर से मॉडल केंद्रों की भी प्रबंध की जाती है। पिछली बार मॉडल केंद्रों में शिक्षिकाओं, स्त्री दंडाधिकारियों आदि की प्रतिनियुक्ति की गई थी। परिणाम जारी करने में बिहार बोर्ड ने रिकॉर्ड बनाया था। लाखों कॉपियों की जांच 31 दिनों के अंदर की गई थी। वर्ष 2023 में बोर्ड ने देशभर में सबसे पहले परीक्षा रिज़ल्ट की घोषणा की थी। विद्यार्थी और छात्राओं को यूनिक आईडी दी गई थी। हर विद्यार्थी की एक विशेष आईडी थी। बोर्ड की ओर से यह भी जानकारी दी गई थी कि आगे भी विद्यार्थी और छात्राओं को यूनिक आईडी दी जाएगी।