बिहार के नवादा में पुलिस ने छापेमारी कर 18 साइबर शातिरों को किया गिरफ्तार
Crime News: बिहार के नवादा जिले में पुलिस ने छापेमारी कर 18 साइबर शातिरों को अरैस्ट किया है। साथ ही इनके पास से कई सामानों को भी बज्त किया गया है। डीएम आशुतोष कुमार वर्मा और एसपी अंब्रीष राहुल के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक सह साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति के नेतृत्व में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चकवाय और पैगरी गांव के अलग ठिकानों पर छापेमारी कर 18 साइबर अपराधियों को अरैस्ट किया गया है। उनके पास से ठगी करने वाले विभिन्न दस्तावेज, लेपटॉप समेत कई उपकरण बरामद किये गये हैं। साइबर डीएसपी के नेतृत्व में साइबर इंस्पेक्टर सुजय विद्यार्थी, वारिसलीगंज सर्किल इंस्पेक्टर संजीव कुमार समेत थानाध्यक्ष के योगदान से छापेमारी अभियान चलाया गया है।
कस्टमर डाटा सहित कई अन्य उपकरण बरामद
साइबर पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति ने इस मुद्दे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चकवाय तथा पैंगरी गांव के बाहर बगीचे की घेराबंदी कर छापेमारी की गयी है। इसमें चकवाय गांव से नौ साइबर अपराधियों को अरैस्ट किया है। उसके पास से कस्टमर डाटा तथा लैपटॉप, मोबाइल बरामद किया गया है। थाना क्षेत्र के चकवाय गांव से भी नौ साइबर अपराधियों को अरैस्ट किया है। अरैस्ट साइबर अपराधियों के पास कस्टमर डाटा सहित कई अन्य उपकरण बरामद हुए है। साइबर पुलिस उपाधीक्षक ने जानकारी दी है कि लोन दिलाने के नाम पर यह भोले- भाले लोगों के साथ ठगी का काम करता था। डीएम तथा एसपी के विशेष निर्देश पर साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर करवाई की गयी है।
गूगल मैप के माध्यम से इलाकों की लेता था जानकारी
इधर, पटना की पत्रकार नगर पुलिस द्वारा पश्चिम बंगाल का साइबर लुटेरे प्रिंस कुमार पकड़ा गया है। यह काफी शातिर है। वह गूगल मैप के माध्यम से सुनसान इलाकों में स्थित एटीएम की जानकारी ले लेता था और वहां से ही धनराशि की निकासी करता था। पुलिस की पूछताछ में उसने यह खुलासा किया है। साथ ही उसके मोबाइल टेलीफोन से गूगल मैप से निकाले गये कई एटीएम का फोटो मिला है। प्रिंस बंगाल के पुरुलिया और आसनसाेल रैकेट का मेंबर है। वह धनराशि निकालने के बाद अपना हिस्सा रख कर रैकेट के मुखिया को भेज देता था। प्रिंस मूल रूप से धनराशि निकालने का काम करता था। रैकेट का मुखिया दीपक है। प्रिंस भी मुखिया के गांव का रहने वाला है। प्रिंस सैदपुर के पास रामपुर नहर में किराये का कमरा लेकर रहता था। इसके पास से पुलिस ने 26 एटीएम कार्ड, सात ब्लैंक चेक, 06 माेबाइल और पांच लाख नकद बरामद किया था। इसके पास से सात ब्लैंक चेकबुक भी मिले थे, जिनमें से पांच खाते आइडीएफसी फर्स्ट बैंक में हैं और एक खाता इंडसइंड और एक यस बैंक में है। तीन खाते मनीष कुमार के नाम से हैं, जबकि एक-एक खाता राैशन कुमार, पंकज कुमार, रंजीत कुमार, गाेविंदा कुमार और पंकज कुमार के नाम से हैं। एक तरह से इन खातों को गलत कागजात के आधार पर खुलवा कर जालसाजी की धनराशि मंगवायी जाती थी। ये सारे खाते औनलाइन माध्यम से खुलवाये गये हैं।
शटर कटवा रैकेट के तीन शातिर गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर में सदर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने खबड़ा स्थित पावर ग्रिड के नजदीक छापेमारी कर चोरी के सामान के साथ शटर कटवा रैकेट के तीन शातिर को अरैस्ट किया। पुलिस ने इनके पास से चार फीट का दो लोहे का एंगल, छह बंडल एल्मुनियम का मोटा तार पेपर इंसुलेटेड, चार बंडल अलमुनियम का पतला तार, लोहे का पतर लगभग तीन इंच चौड़ा, लोहे का रड दो पीस, लोहे का छोटा रड चार पीस, एक थ्री व्हीलर बरामद किया है। चार अन्य लुटेरे वहां से भाग निकले। अरैस्ट आरोपितों में कांटी थाना के कपरपुरा निवासी मो।सकिर, सदर थाना के परमानंद पुर के संजीत कुमार और पकड़ी स्माइल के विक्रम कुमार शामिल हैं, जबकि फरार आरोपियों में मो।नसीम, चिंटू कुमार, रोहित कुमार और मो।आजाद शामिल हैं। सभी आरोपियों के विरुद्ध दारोगा प्रेम शंकर पासवान के बयान पर एफआइआर दर्ज की गयी है। कहा गया की दारोगा प्रेम शंकर पासवान खबरा स्थित पावर ग्रिड सामने पूरब रोड से गुजर रहे थे तो देखा कि दो आदमी थ्री व्हीलर के केबिन में बैठा हुआ था और चार पांच उस ढाला में कुछ सामान लोड कर रहा था। उक्त सामान देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था की बिजली का सामान था। संदेह होने पर जब पुलिस आगे बढ़ी तो वो सभी भागने लगे। जिसके बाद तीन को खदेड़ कर पकड़ा गया। जबकि चार मौके का लाभ उठाकर भाग निकले। थानेदार कुंदन कुमार ने कहा कि अरैस्ट आरोपियों से पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में प्रस्तुत कर कारावास भेज दिया गया है। जबकि फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।