बिहार में सेटर गिरोह के मंसूबे को पुलिस ने किया विफल, तथा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण किये बरामद
Solver Gang Bihar: बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा अक्टूबर महीने में होने वाली है। इस परीक्षा में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की तैयारी सेटर रैकेट के द्वारा की जा रही थी। सहरसा में पिछले दिनों इस रैकेट के कुछ सदस्य पकड़े गए। पुलिस ने जब तीन लोगों को अरैस्ट किया था तो इस रैकेट के बारे में बड़ा खुलासा हुआ था। सहरसा के बाद बेगूसराय में भी छापेमारी की गयी और इस सेटर रैकेट के पांच सदस्यों को पकड़ा गया था। वहीं अब सारण में भी पुलिस ने कार्रवाई की है और सेटर रैकेट के मंसूबे को विफल किया है। बड़ी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए।
सारण में सॉल्वर गैंग पर दबिश।।
सारण पुलिस ने बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा/सेटिंग करने की योजना बना रहे सेटरों पर धावा कहा है। पुलिस को यह सूचना मिली थी कि कुछ लोग फॉर्च्यूनर वाहन से पहुंचे हैं और सिपाही परीक्षा में सेटिंग कराने को लेकर करने वाले फर्जीवाड़े की नीयत से जमा हुए हैं। जिसके बाद पुलिस को देखकर सेटर रैकेट के सदस्य भाग निकलने में सफल रहे। पुलिस ने मौके पर से एक फॉर्च्यूनर वाहन और बड़ी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जप्त किए हैं। 10 वॉकी टॉकी, 19 रेडियो वॉकी टॉकी बैट्री, 30 ब्लूटूथ, 28 पीस एंटी जैमर डिवाइस समेत कई उपकरण और चाकू और हॉकी स्टिक वगैरह बरामद किए गए। पुलिस अब सेटर रैकेट के इन सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। खैरा थाना के खुदाईबाग भीतर पानी टंकी के पास पुलिस ने ये कार्रवाई की है।
सहरसा में हुआ खुलासा।।
बता दें कि सिपाही भर्ती परीक्षा में सेटिंग के नाम पर ठगी रैकेट का सबसे पहले सहरसा जिले में खुलासा हुआ था। सदर थाना पुलिस ने तीन लोगों को अरैस्ट किया था। इनके पास से कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस एवं फर्जी कागजात मिले थे। रानी गली कृष्णा नगर बटराहा स्थित किराये के एक मकान में कमरे के अंदर पूरी तैयारी की जा रही थी। जब पुलिस ने सोमवार को यहां घेराबंदी की तो कुछ पुरुष भागने लगे। पुलिस ने तीन युवकों को धर दबोचा। इनके पास से वॉकी टॉकी, स्वनिर्मित एंटी जैमर डिवाइस, ईयर पीस, ब्लूटूथ कॉलिंग डिवाइस, एटीएम कार्ड जैसा ब्लूटूथ डिवाइस, वॉकी-टॉकी का इयरफोन, कान में एयर पीस डालने वाला छोटा चिमटा, वॉकी टॉकी चार्जर, एंटी जेमर डिवाइस चार्जर वगैरह बरामद किया गया था। तीनों खगड़िया के रहने वाले थे। अभ्यर्थियों का औपबंधिक प्रमाण पत्र, अंक पत्र और फर्जी कागजात वगैरह भी बरामद किए गए थे।
बेगूसराय में भी हुई कार्रवाई
वहीं सहरसा में अरैस्ट किए गए सेटरों ने पुलिस को पूछताछ में रैकेट के बारे में अहम जानकारी दी थी। इसी जानकारी के आधार पर बेगूसराय में इस रैकेट के तार बिछे होने की बात सामने आयी थी। जब बेगूसराय में उक्त जानकारी पर छापा मारा गया तो पुलिस ने बिहार पुलिस परीक्षा में सेटिंग करनेवाले पांच लोगों को अरैस्ट किया गया। कुछ पुरुष फरार भी हो गए। बड़ी संख्या में ब्लूटूथ डिवाइस, अभ्यर्थियों का मूल प्रमाण पत्र, वगैरह बरामद किए गए थे।
गिरफ्तार होंगे सैकड़ों अभ्यर्थी।।
बेगूसराय में पकड़े गए इस रैकेट के सदस्यों से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। रैकेट 1 अक्टूबर को होने वाली केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने की पूरी तैयारी में था। रैकेट के सदस्य मीटिंग कर रहे थे। इसके सदस्य फर्जी एकेडमी तक चलाते थे। परीक्षा में नकल कराने के लिए अनेक महत्वपूर्ण उपकरण जमा किए गए थे। पटना में रहकर फर्जीवाड़ा और परीक्षा में नकल कराने का धंधा करने वाला समस्तीपुर का प्रमोद कुमार इस रैकेट का मास्टरमाइंड था। दो से पांच लाख रुपए लेकर ये सेटिंग करते थे। सेंटर से करीब 100 मीटर की दूरी पर एक कमरे को अड्डा नाते थे। वॉकी-टॉकी पर उत्तर लिखाया जाता था। सेंटर पर जैमर लगाया जाता है। इस रैकेट ने एंटी जैमर डिवाइस तक तैयार कर लिए थे। प्रश्न-पत्र लीक करने और उसका उत्तर तैयार करने की जिम्मेवारी प्रमोद की ही थी। ब्लूटूथ के जरिए ये अभ्यर्थियों को उत्तर लिखवाता था। बेगूसराय के एसपी ने कहा कि 100 से अधिक एडमिट कार्ड बरामद किए गए हैं। उन सभी अभ्यर्थियों की भी गिरफ्तारी की जाएगी।