बाहर रहने वालों को भी पसंद है यहां के तिलकुट का स्वाद, ये देश में कहीं भी कर सकते हैं कुरियर
राजधानी पटनाऔर बिहार से बाहर रहने वाले परिजनों के पास इस बार भी यहां का तिल और गुड़ बड़ी संख्या में पहुंच रहा है। यहां के तिल और गुड़ की सौंधी खुशबू दूसरे राज्यों तक पहुंच रही है। जी हां, मकर संक्रांति के मौके पर शहर से बाहर रहने वाले परिजनों, बेटे-बेटियों को पर्व की आशीर्वादी के साथ चूड़ा, गुड़, तिलकुट और गजक लोग भेज रहे हैं।
पश्चिम दरवाजा और मीठापुर स्थित तिलकुट भंडार के दुकानदारों की माने तो दिल्ली, लखनऊ, रांची, जमशेदपुर, कोलकाता आदि शहरों में रहने वाले परिजनों को भेजने के लिए तिलकुट और भुर्रा खरीदने रोजाना काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। इन शहरों के अतिरिक्त हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु सहित दक्षिण और उत्तर हिंदुस्तान में पंजाब आदि राज्यों में भी लोग चूड़ा, गुड़ और तिलकुट कुरियर कर रहे है।
दूसरे राज्यों में तिल-संक्रांत की आशीर्वादी भेजने के लिए डेढ़ महीने पहले से काम प्रारम्भ कर दिया गया था। इन तिलकुटों की मूल्य 240 से प्रारम्भ होकर 600 रुपए प्रति किलो तक होती है। दुकानदार संजय कुमार बताते हैं कि इन तिलकुटों को ऑर्डर पर बनाया जाता है। इसकी डिलीवरी भी पूरे राष्ट्र में कहीं भी की जा सकती है।
बासमती चूड़ा डिमांड में
बाजार में सबसे अधिक मांग अभी बासमती चूड़ा की है। इसकी मूल्य 75 से 85 रुपए के बीच है। जबकि, कतरनी चूड़ाकी मूल्य 70-80 रुपए के बीच है। दुकानदार राकेश कुमार बताते हैं कि मर्चा चूड़ा बेतिया से मंगाया जा रहा है। वे बताते हैं किबाजार में भुर्रा की भी काफी मांग है। मीठापुर मंडी में 60 रुपए किलो और सवा किलो का पैकेट सौ रुपए में बिक रहा है। वहीं ढेला गुड़ 50 रुपएकिलो की रेट से बिक रहा है। गुड़ में सबसे महंगा 100 रुपएकिलो खजूर गुड़ है।