बिहार

नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन छोड़कर बीजेपी गठबंधन में होंगे शामिल

 ऐसी खबरें हैं कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ गठबंधन छोड़कर भाजपा गठबंधन में शामिल होंगे बिहार राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली यूनाइटेड जनता दल, राष्ट्रीय जनता दल गठबंधन की गवर्नमेंट है इसके अतिरिक्त अखिल भारतीय गठबंधन में यूनाइटेड जनता दल भी है यह भी बोला जा रहा है कि नीतीश कुमार, जो पिछले कुछ महीनों तक इण्डिया अलायंस के समन्वयक बनने की आसार वाले नेताओं की सूची में थे, समन्वयक पद नहीं मिलने से निराश हैं

 

ऐसे में बोला जा रहा है कि नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल गठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ मिलकर बिहार में गवर्नमेंट चलाने की प्रयास कर रहे हैं यह भी बोला जा रहा है कि इस बात की भी आसार है कि गठबंधन में परिवर्तन होगा और अगले सप्ताह नयी कैबिनेट शपथ लेगी नीतीश कुमार पहले से ही भाजपा गठबंधन से थे 2022 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी और बिहार में गवर्नमेंट बनाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन कर लिया

साथ ही, वह इण्डिया अलायंस के गठन के पीछे सबसे जरूरी कारक थे पीएम मोदी का पुरजोर विरोध करने वाले नीतीश ही इण्डिया अलायंस के गठन के पीछे मुख्य कारण थे इसलिए आशा थी कि उन्हें संयोजक घोषित किया जाएगा लेकिन जब कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को समन्वयक घोषित किया गया तो नीतीश नाराज हो गये इसके साथ ही ब्लॉक-शेयरिंग वार्ता का भी निवारण होना अभी बाकी है अखिल भारतीय गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी के बीच सहमति नहीं बनने से नीतीश कुमार भी नाखुश हैं

इस दौरान नीतीश कुमार ने बिहार के पूर्व सीएम गढ़भुरी ठाकुर को हिंदुस्तान रत्न देने की घोषणा करते हुए केंद्र गवर्नमेंट की प्रशंसा की और उत्तराधिकार की राजनीति की निंदा की लालू के छोटे बेटे उपमुख्यमंत्री हैं दूसरा मंत्री है एक बेटी सांसद हैं नतीजा यह निकला कि नीतीश कुमार ने उन पर निशाना साधते हुए उत्तराधिकार की राजनीति की बात कही विदेश में रहने वाली लालू की बेटी नाराज हो गईं और उन्होंने नीतीश कुमार की निंदा करते हुए कमेंट पोस्ट कर दिया इससे काफी बवाल हुआ

इस टिप्पणी का कड़ा विरोध होने पर उन्होंने उन टिप्पणियों को हटा दिया यही सब नीतीश कुमार के गठबंधन बदलने की मुख्य वजह बताई जा रही है ऐसे में राजद पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन करने की तैयारी में है साथ ही बिहार विधानसभा को भंग करने के बाद लोकसभा चुनाव के साथ-साथ नीतीश कुमार को भाजपा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव का सामना करना पड़ सकता है अगर इन सभी खबरों की पुष्टि होती है तो आशा है कि अगले सप्ताह जब पीएम मोदी बिहार में चुनाव प्रचार करने आएंगे तो नीतीश कुमार भी उसी मंच पर नजर आएंगे

साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेता भी नीतीश कुमार के स्वागत के लिए तैयार हैं लेकिन पार्टी के क्षेत्रीय नेता उनका स्वागत करने को तैयार नहीं थे वे इस बात पर बल दे रहे हैं कि गठबंधन में शामिल होने पर भी उन्हें सीएम का पद नहीं दिया जाना चाहिए समाचार है कि गठबंधन में शामिल होने जा रहे नीतीश कुमार को केंद्रीय मंत्री का पद दिया जा सकता है

Related Articles

Back to top button