बंदरों ने मंदिर की छत पर बनी ईंट की रेलिंग तोड़ी, महिला की मौत
जमुई के सोनो में मंदिर के ऊपर बने ईंट की रेलिंग टूटकर एक स्त्री के सिर पर जा गिरी, जिससे स्त्री की मौके पर ही मृत्यु हो गयी। प्रखंड मुख्यालय सोनो चौक के नजदीक स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में ये घटना घटी है। मृत स्त्री की पहचान सोनो मंडल टोला निवासी महेश मंडल की पत्नी बुलबुल देवी (28) के रूप में हुई। घटना के संदर्भ में कहा जाता है कि बुलबुल देवी अन्य स्त्रियों के साथ अपने संबंध में होने वाले शादी के संदर्भ में लड़का-लड़की को देखने की रस्म में शामिल होने दुर्गा मंदिर परिसर में गयी थी। इसी दौरान रेलिंग टूटकर स्त्री के ऊपर गिर गयी और उसकी मृत्यु मौके पर ही हो गयी।
मंदिर की छत पर उछल कूद कर रहे बड़े-बड़े बंदरों ने छत पर बनी ईंट के रेलिंग तोड़ दी। रेलिंग का टूटा भाग मंदिर के नीचे खड़ी उक्त स्त्री के सिर पर आ गिरी। जिससे स्त्री की मृत्यु मौके पर ही हो गयी। हालांकि अफरा-तफरी के बीच लोग उन्हें नजदीक के एक निजी हॉस्पिटल में ले गये, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत बताया। इस अप्रत्याशित घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया। परिवार के सदस्य सहित सभी स्तब्ध थे। खुशी का माहौल अचानक गम में बदल गया।घटना गुरुवार की है।
मां के मृतशरीर से लिपट कर रो रही थीं बेटियां, बदहवास पति पीट रहे थे सिर
मंदिर की छत से गिरी रेलिंग की चपेट में आकर मृत सोनो निवासी बुलबुल देवी का मृतशरीर घर आते ही कोहराम मच गया। चीख और क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया। घर के सदस्य विलाप कर रहे थे। बुलबुल देवी की चार बेटियां मृतशरीर से लिपट कर चीत्कार कर रही थी। अब हमें कौन देखेगा, कौन हमें दुलारेगा, कैसे हम रह पाएंगे… अपनी मां के मृतशरीर से लिपटकर जब ये छोटी-छोटी बेटियां रो रही थीं, तब वहां खड़े लोगों की आंखें भर आयीं। बुलबुल के पति महेश सिर पीट-पीट कर रो रहे थे। अब कौन घर को संभालेगा। बच्चों की देखभाल कौन करेगा। ईश्वर ने आखिर अचानक इतनी बड़ी विपत्ति कैसे दे दी।
परिजनों में मचा कोहराम
मृतका की वृद्ध सास के क्रंदन और बूढ़ी आंखों से बहते आंसू देख लोगों की आंखों में आंसू भर आए। घर की अन्य महिलाएं और पड़ोस की महिलाएं विलाप कर रही थीं। रोते-बिलखते महेश पर तो जैसे विपत्ति का पहाड़ ही टूट गया। चार बेटियां और एक बेटे से उसकी मां का साया उठ गया। हंसते-खेलते परिवार पर आ घोर विपत्ति देख ग्रामीण भी स्तब्ध थे। कुछ देर पहले ही महेश की पत्नी कितनी प्रसन्न होकर अन्य स्त्रियों के साथ लड़की देखने दुर्गा मंदिर गई थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि काल इस रूप में आयेगा। मौके पर कई महिलाएं खड़ी थीं। गनीमत रही कि टूटी रेलिंग की चपेट में अन्य कोई नहीं आया।