मांझी : शराबबंदी को लेकर हम लोग बैठक करेंगे और गुजरात मॉडल पर भी करेंगे चर्चा
पटना। शराबबंदी को लेकर अक्सर बिहार में प्रश्न खड़े किए जाते रहे हैं। सत्ताधारी दल जहां सीएम नीतीश कुमार के निर्णय को पूरी तरह सफल बताते हैं, वहीं विपक्ष पार्टियां इस पर लगातार प्रश्न खड़े करती रही हैं। अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए (NDA) का हिस्सा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने बड़ी घोषणा करते हुए कह दिया है कि बिहार में यदि हमलोगों (NDA) की गवर्नमेंट बनी तो बिहार में पूरी तरह शराबबंदी समाप्त कर दिया जाएगा।
मांझी ने कहा, शराबबंदी को लेकर हम लोग बैठक करेंगे और गुजरात मॉडल पर भी चर्चा करेंगे। यदि आवश्यकता पड़ी तो पूरी तरह से शराबबंदी समाप्त भी कर दिया जाएगा। जीतन मांझी ने शराबबंदी को लेकर प्रश्न खड़ा करते हुए बोला कि बिहार के जिलों में शराब के बिक्री को लेकर जितने लोग बंद हैं, उनमें 80 प्रतिशत लोग केवल दलित हैं और दलितों का उत्पीड़न किया जा रहा है। नीतीश कुमार केवल दलित प्रेम की बात करते हैं पर हमेशा दलितों को अपमानित करने का काम किया है।
सरकार द्वारा किए जाने वाले सर्वेक्षण पर उठाया सवाल
बिहार में शराबबंदी के बाद से क्या स्थिति है और लोग शराबबंदी को लेकर क्या सोचते हैं, इसे लेकर बिहार गवर्नमेंट आने वाले दिनों में सर्वेक्षण करने वाली है। गवर्नमेंट के द्वारा सर्वेक्षण की तैयारी पूरी कर ली गई है, इसे लेकर जीतन राम मांझी ने बड़ा प्रश्न खड़ा करते हुए नीतीश गवर्नमेंट की मंशा पर प्रश्न उठाए हैं।
मांझी ने बोला कि शराबबंदी को लेकर सर्वेक्षण की वही रिपोर्ट आएगी जो आती रही है। सर्वेक्षण में आंकड़े दिए गए हैं। ऑफिसरों को पहले से ही बता दिया गया है कि उसका रिपोर्ट शराबबंदी के समर्थन में देना है और यह पहले से तय है किसे समर्थन में ही सर्वेक्षण के आंकड़े जारी किए जाएंगे, जबकि हकीकत इससे बिलकुल उल्टा है।