Loksabha Election: BJP ने बिहार की एक भी सीट के लिए उम्मीदवार का नाम नहीं किया गया घोषित
पटना। 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने कमर कस ली है। बीजेपी ने चुनाव को लेकर 15 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल 195 सीटों पर शनिवार की शाम अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए लेकिन सबसे बड़ी बात यह रही है कि इसमें बिहार की एक भी सीट के लिए उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया गयादेगा?। यह स्थिति तब बनी है जब बिहार के पड़ोसी राज्यों झारखंड यूपी और पश्चिम बंगाल में भी उम्मीदवारों के नाम का घोषणा कर दिया गया है।
बिहार में बीजेपी प्रत्याशियों की घोषणा इसलिए संभव नहीं हो पाई है क्योंकि सहयोगी दलों के साथ सीटों पर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। कुछ सीटों पर पेंच भी फंसा हुआ है। यह तय होना बाकी रह गया है कि लोजपा के दोनों गुटों को और उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम माझी की पार्टी को कितनी सीटें और कहां दी जाएंगी। बीजेपी से जुड़े सूत्रों की मानें तो 6 मार्च को केंद्रीय चुनाव समिति की दिल्ली में बैठक प्रस्तावित है। इसके एक दिन पहले बिहार चुनाव टीम के साथ केंद्रीय टीम बैठक करेगी।
बिहार में भाजपा के अभी 17 सांसद हैं और इतनी ही सीटों पर उसकी तैयारी भी चल रही है। हर एक सीट के लिए पार्टी द्वारा घोषित आब्जर्वर ने तीन-तीन नामों की सूची केंद्रीय चुनाव समिति को सौंप दी है। बिहार चुनाव कमेटी ने भी अपनी तरफ से प्रत्याशियों के नाम केंद्रीय समिति के पास भेज दिया है, हालांकि दावेदारों की उम्मीदवारों की घोषणा के पहले एनडीए में कुछ सीटों पर अदला बदली की आसार जताई जा रही है।
जिन सीटों पर अदला बदली की आसार है वो सीटें अभी जदयू या भाजपा के कब्जे में हैं। जीतन राम मांझी की दावेदारी गया सीट को लेकर है लेकिन गया में जदयू के सांसद हैं। उपेंद्र कुशवाहा काराकाट से चुनाव लड़ना चाहते हैं जबकि यहां भी जदयू के महाबली सिंह पिछली बार निर्वाचित हुए थे। गया काराकाट के अतिरिक्त वैशाली, नवादा समेत कुछ और सीटों पर परिवर्तन के आसार जताए जा रहे हैं। हाजीपुर सीट पर भी पशुपति पारस और चिराग पासवान चाचा भतीजा दोनों दावेदारी ठोक रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक भले ही बिहार में एनडीए की दो प्रमुख पार्टियों बीजेपी और जदयू के बीच 17 और 16 सीटों पर वार्ता पूरी हो चुकी है लेकिन उन साझेदारों के साथ आखिरी एवं निर्णायक वार्ता होना अभी बाकी रह गया है। यहां एनडीए में अभी 6 पार्टियां है। भाजपा और जदयू के साथ ही लोजपा के दोनों गुट, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा और मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा शामिल है। मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी भी बीजेपी के टच में है।
सूत्रों की मानें तो अगले एक-दो दिनों में एनडीए घटक दलों के बीच सीटों पर सहमति बन सकती है, उसके बाद दल के हिसाब से सारी सीटों को चिन्हित कर लिया जाएगा और उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी होने लगेगी।