बिहार

Lok Sabha : घर पर पड़ा था पिता का शव, कहा…

शुक्रवार को गया जिला लोकतंत्र का महापर्व मनाने में जुटा था. इस दौरान मतदाताओं ने जमकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस दौरान औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में एक अनोखा मुद्दा देखने को मिला, जहां एक युवा ने पहले राष्ट्र का ऋण उतारा उसके बाद अपने पिता का आखिरी संस्कार कर पुत्र होने का फर्ज पूरा किया.

 

क्या है मामला

 

औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र भीतर गया जिला के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र भीतर बभंडीह गांव निवासी 100 वर्षीय जद्दू ठाकुर की मृत्यु गुरुवार की रात हो गई थी. शुक्रवार की सुबह मृतक जद्दू ठाकुर के पुत्र धर्मेंद्र ठाकुर ने पिता के आखिरी संस्कार की सारी तैयारियां कर ली. लेकिन, अचानक उन्हें  यह ध्यान आया कि आज क्षेत्र में मतदान चल रहा है. इसके बाद धर्मेंद्र ने पहले मतदान करना जरुरी समझा. हालांकि उसके घर वाले और आसपास के लोगों ने उसे पहले पिता का आखिरी संस्कार करने की बात कही, लेकिन धर्मेन्द्र ने किसी की एक नहीं सुनी और फिर उसने इस निश्चय कर पिता की अर्थी को घर में ही छोड़कर पहले मतदान किया. इसके बाद इकलौते पुत्र धर्मेंद्र ठाकुर ने पिता का आखिरी संस्कार किया.

देश के प्रति प्रेम के इस जज्बे की लोग कर रहे प्रशंसा

 

शुक्रवार की सुबह जब धर्मेंद्र क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 124 पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचा तो आसपास के लोग उसे वहां देख आश्चर्यचकित रह गए. वैसे सभी को इस बात की जानकारी थी कि बीती रात ही धर्मेंद्र के पिता की मौत हो गई है और धर्मेंद्र ही उनकी एकमात्र संतान है. ऐसे में लोग पिता के आखिरी संस्कार को छोड़ मतदान केंद्र पर वोट देने पहुंचा देख आश्चर्यचकित रह गए. लेकिन, जब धर्मेंद्र ने लोगों को अपनी सोच के बारे में कहा कि पहले राष्ट्र का ऋण चुकाना जरुरी है. इसके बाद पुत्र का फर्ज पूरा करेगा. धर्मेंद्र के इस कदम की लोग मुक्त दिल से प्रशंसा कर रहे हैं.

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