इस दिशा में बैठकर खोलें नवरात्रि का व्रत, जानें
नवरात्रि अपने समापन पर पहुंच गया है। माता के भक्तों ने 9 दिनों तक अन्न जल का त्याग कर माता की पूजा-अर्चना आराधना की है और मंगलवार को माता के सभी भक्त नवरात्रि का व्रत खोलकर अन्न जल ग्रहण करना प्रारम्भ करेंगे। ऐसे में व्रत खोलने के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना काफी जरूरी है, वरना वह व्रत का फायदा लेने से वंचित रह सकते हैं। ज्योतिषाचार्य मनोहर आचार्य बताते हैं कि नवरात्रि के दौरान जितना ख्याल व्रत करने में रखा जाता है उतना हीं ख्याल व्रत खोलने में रखना चाहिए। इससे व्रत का पूरा फायदा मिलता है। उन्होंने बोला कि शुभ मुहूर्त में ही व्रत खोलना चाहिए।
नवरात्रि के व्रत खोलने का यह है शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य मनोहर आचार्य ने कहा कि नवरात्रि का व्रत खोलने के लिए शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखना काफी जरूरी है। 24 अक्टूबर (मंगलवार) को नवरात्रि का व्रत खोला जाएगा तथा सुबह के ढाई घंटे तक शुभ मुहूर्त बन रहा है। उन्होंने कहा कि 24 अक्टूबर की सुबह 5:00 बजे से 7:30 के बीच व्रत खोलना मुनासिब रहेगा। माता के सभी भक्तों को चाहिए कि जिन्होंने नवरात्रि का व्रत रखा है, वह इसी शुभ मुहूर्त में व्रत खोलें और पारण करें।
व्रत खोलने के लिए इन चीजों का कर सकते हैं इस्तेमाल
ज्योतिषाचार्य ने कहा कि व्रत खोलने के लिए माता के भक्तों को कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर कलश स्थापना कर माता की पूजा-अर्चना की जा रही है, भक्तों को वहीं पर पूर्व की दिशा में बैठकर व्रत खोलना चाहिए।
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इसके लिए माता के चरण पर चढ़ाया गया अक्षत और दही-चीनी का सेवन करना चाहिए। तत्पश्चात मालपुआ, हलवा या ऐसी कोई भी चीज जो उनके पास मौजूद हो, उससे व्रत खोलना चाहिए। इसके बाद ही उन्हें अन्न का सेवन करना चाहिए।