बिहार में इस दिन से शुरू हो रही है इंटरमीडिएट की परीक्षा
पश्चिम चम्पारण। बोर्ड परीक्षाएं अब प्रारम्भ होने को हैं। बिहार में इंटरमीडिएट की परीक्षा 1 फरवरी से प्रारम्भ हो रही हैं। परीक्षा में जाने से पहले विद्यार्थी सारे नियम और परीक्षा का समय सब ध्यान से देख लें। सबसे पहले महत्वपूर्ण है ये जानना की परीक्षा केंद्र में कितने बजे तक ही परीक्षार्थियों को एंट्री दी जाएगी। स्टूडेंट्स समय जरूर नोट करें ताकि पेपर न छूट पाए।
इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रारम्भ होने में अब महज तीन दिन रह गए हैं। एक से 12 फरवरी तक परीक्षा होगी। दरभंगा जिला भी परीक्षा के लिए तैयार है। इसके लिए जिले में कुल 53 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर 41053 परीक्षार्थी शामिल होंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी तैयारी पूरी कर ली हैं। परीक्षा में 2258 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।
53 केंद्र, 41053 परीक्षार्थी
इस वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 41053 परिषार्थी शामिल हो रहे हैं। इनमें कला के कुल 29361, साइंस के 10922 और कॉमर्स के 770 परीक्षार्थी हैं। इन परीक्षार्थियों की नज़र के लिए कुल 2258 शिक्षकों की ड्यूटी लगायी गयी है। बेतिया अनुमंडल में कुल 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, बगहा अनुमंडल में 10 और नरकटियागंज में 09 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सभी केंद्रों पर परीक्षा दो पालियों में ली जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने कहा परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली गई है। बेहतर ढंग से देखरेख के लिए सभी केन्द्रों पर 132 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
पेपर से 30 मिनट पहले पहुंचें वरना।।
परीक्षा देने जाने से पहले बिहार बोर्ड के नियम ध्यान से पढ़ना महत्वपूर्ण है। परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारम्भ होने से 30 मिनट पहले तक ही सेंटर में एंट्री दी जाएगी। उसके बाद गेट बंद कर दिया जाएगा। विद्यार्थियों को हर हाल में परीक्षा प्रारम्भ होने से आधे घंटे पहले अपने-अपने केंद्रों में पहुंचना होगा ताकि वर्ष बर्बाद न हो। सभी विद्यार्थी परीक्षा दे सकें। पहली शिफ्ट के परीक्षार्थियों को किसी भी हाल में सुबह 9.00 बजे तक अपने केद्र पर पहुंचना होगा। दूसरी शिफ्ट के परीक्षार्थियों को भी सेकेंड शिफ्ट की परीक्षा प्रारम्भ होने से आधा घंटा पहले यानि 1.30 बजे तक परीक्षा भवन पहुंचना होगा। दूसरी पाली में परीक्षा 2 बजे से है इसलिए डेढ़ बजे गेट बंद कर दिए जाएंगे। बोर्ड का कठोर आदेश है कि देर से आने वाले परीक्षार्थियों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।