नेपाली नगर में तोड़े गए मकानों पर आज हाई कोर्ट ने सुनाया फैसला

नेपाली नगर में तोड़े गए मकानों पर आज हाई कोर्ट ने सुनाया फैसला

नेपाली नगर में तोड़े गए मकानों पर आज गुरुवार को उच्च न्यायालय ने निर्णय सुनाया है. आवास बोर्ड और प्रशासन की ओर लगाई गई याचिका को उच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया है. साथ ही तोड़े गए मकान के बदले पांच-पांच लाख मुआवजा देने का निर्देश दिया है. उच्च न्यायालय के इस निर्णय के बाद नेपाली लोगों के बीच उत्सव का माहौल है.

हाईकोर्ट के निर्णय के बाद नेपाली नगर के लोग मंदिरों में जाकर गुलाल खेलते और भगवान की आराधना की. उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद क्षेत्रीय लोगों ने मंदिर में 151 किलो लड्डू भगवान को चढ़ाया है. इसके साथ ही आज रात मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में भगवान को भोग लगाने के लिए महा भंडारे का आयोजन किया जा रहा है.इसमें 10 हजार से भी अधिक लोगों के खाने की प्रबंध की गई है.

नेपाली नगर के निवासी अनु ने बताया कि हम लोग पूरी-पूरी रात नहीं सोते थे. जब तक निर्णय नहीं आया था,हम लोग बस सोचते थे कि पता नहीं हमारा क्या होगा? पूरी जीवन की कमाई हम लोगों ने घर में लगाई थी. हमारी जीवन बिल्कुल उथल-पुथल हो गई थी. हम लोग सेटल नहीं हो पा रहे थे. उच्च न्यायालय का निर्णय आने के बाद यहां के सारे लोग बहुत खुश हैं. भगवान ने हम लोगों की सुन ली. हमें बहुत तंग किया गया था. हम बस सभी कार्यालयों में दर-दर भटकते रहते थे. हर स्थान हमें टॉर्चर किया गया. हमारे पास पीने के लिए पानी तक नहीं थी. बाथ रूम नहीं जा पाते थे. पुलिस वालों ने हमें इतना मारा गया कि 6 महीने तक ट्रीटमेंट कराते रहे. मैं मेंटली प्रेशर की वजह से डिप्रेशन में चली गई, इसका उपचार भी चल रहा है. उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद नेपाली नगर और राजीव नगर के लोग बहुत खुश हैं. हमारे साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया गया था और हमारा उत्पीड़न किया गया.

वहीं शशि भूषण कुमार मंगलम ने बताया कि 2014 में हमारा घर बना था. जिसे प्रशास ने जबरदस्ती तोड़ दिया था. आज इस निर्णय के बाद हम सब बहुत खुश हैं. यहां रहने वाले वाले सभी 4000 से अधिक परिवारों में आज उत्सव का माहौल है. सभी लोग होली, दीपावली और दशहरा एक साथ मना रहे हैं. प्रशासन ने बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की थी. यह ना केवल असंवैधानिक था बल्कि उनके द्वारा बनाए गए कानून का भी उलंघन था. इसी वजह से आज कोर्ट ने जिनका भी घर टूटा है उन्हें मुआवजा देने का निर्णय दिया है.

महाभंडारे का होगा आयोजन

वहीं भोला कुमार वर्मा ने बताया कि आज हम लोग बहुत उत्साहित हैं. हाई कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला लिया है. हम लोग बहुत दिनों से इस पल का इन्तजार कर रहे थे. निर्णय के बाद आज हम लोग मानसापुरम हनुमान मंदिर में भगवान को भोग लगाने के लिए महा भंडारे का आयोजन कर रहे हैं. इसमें हम लोग सभी नगर वासियों को आमंत्रित कर रहे हैं. कम से कम 400 एकड़ में हमारा जो क्षेत्र है, वहां के सारे लोग मौजूद होंगे. करीब 10 हजार आदमी के खाने की प्रबंध की गई हैं. अभी तक गवर्नमेंट दोहरी नीति अपना रही थी. हम लोगों को बांटने की भी प्रयास की गई. लेकिन आज कोर्ट ने ठीक निर्णय दिया है.

राजीव रंजन ने बोला कि इस निर्णय के आने के बाद सभी लोगों की चेहरे पर खुशी साफ दिख रही है. यह निर्णय नेपाली नगर के लोगों के लिए जीवन का सबसे अहम निर्णय है. एक मकान बनाने में कोई भी आदमी अपने जीवन का सर्वस्व लगा देता है. पाई-पाई जोड़कर आदमी मकान बनाता है र उसे बुलडोजर से तोड़े जाने पर उसे गुजरती है, एक आम आदमी समझ सकता है. आज काफी दिनों बाद यहां के लोग चैन से सो पाएंगे.