खेलो इंडिया साइकिलिंग में परचम लहराने पटना गईं बेटियां

खेल के क्षेत्र में ग्रामीण प्रतिभाओं को उभारने में खेलो इण्डिया गेम बहुत कारगर हो रही है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी खेल से जुड़ी प्रतिभा को संसाधनों के अभाव में काफी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है।
बावजूद बेटियों के हौसले बुलंद हैं। पिछले माह भी झारखंड में आयोजित खेलो इण्डिया गेम्स में पूर्वी चंपारण जिले की बेटियों ने भिन्न-भिन्न विधाओं में बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया था। अब फिर यहां की बेटियां साइकिलिंगफेडरेशन ऑफ इण्डिया की देखरेख में पटना में आयोजित होने वाले खेलो इण्डिया स्त्री रोड साइक्लिंग लीग मैच में खेलने के लिए रवाना हो चुकी है।
मैच में पूर्वी चंपारण जिला साइकिलिंगसंघ की 13 खिलाड़ी शामिल हैं। टीम में शामिल खिलाड़ियों में बेबी, ज्योति, गुड़िया, श्वेता, सिबी, मुक्ता, बिनीता, अप्पी, अंजली, प्रियांशु, सृष्टि-वन, सृष्टि-टू, सिया शामिल हैं। पटना रवाना होने से पूर्व जिला साइक्लिंग संघ के अध्यक्ष डाक्टर अतुल कुमार से सभी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया।.संघ के सचिव सिद्धार्थ वर्मा ने बोला कि प्रतियोगिता तीन कैटेगरी सब जूनियर, जूनियर और सीनियर में होगी।
गोल्ड जीतने को खूब मेहनत कर रहीं बेटियां
स्टेट गेम में सिल्वर मेडल एवं डिस्ट्रिक्ट में गोल्ड मेडल जीतने वाली आठवीं कक्षा की छात्रा सृष्टि कुमारी ने बताया कि वह खेलो इण्डिया में टॉप टेन में रही थी। उन्होंने बिहार गवर्नमेंट से एक प्रोफेशनल साइकिल की डिमांड करते हुए बोला कि उनके पिता की माली हालत ऐसी नहीं है कि वह महंगी प्रोफेशनल रेसिंग साइकिल खरीद सकें। वहींस्टेट में सिल्वर मेडल विजेता रही अंजली कुमारी ने बताया कि वह 12th की छात्रा है। पटना में होने वाले खेलो इण्डिया गेम के लिए रोजाना दो से तीन घंटा प्रैक्टिस कर रही थी।
पिछले माह बेबी ने जीता था गोल्ड
पिछले माह झारखंड में आयोजित खेलो इण्डिया गेम की गोल्ड मेडलिस्ट रहीं बेबी कुमारी ने बताया कि वह बी-कॉम फर्स्ट ईयर की छात्रा है। पढ़ाई से समय निकालकर सुबह में प्रैक्टिस करती हैं | इस बार पटना में होने वाले खेलो इण्डिया गेम के लिए भी खूब तैयारी की है।
यहां से भी गोल्ड लाने की आशा है। मालूम हो कि झारखंड में आयोजित प्रतियोगिता में दो भिन्न-भिन्न इवेंट में प्रथम जगह हासिल करने पर मोतिहारी की बेबी को10-10 हजार का कैश पुरस्कार मिला था