Bihar politics: चिराग से मिलने में चाचा पशुपति पारस को आपत्ति नहीं, लेकिन…
लोजपा (राष्ट्रीय) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अपने भतीजे चिराग पासवान को लेकर बड़ा बयान दिया है। मीडिया से वार्ता के दौरान जब चिराग पासवान से जुड़ा एक प्रश्न उनसे किया गया तो उन्होंने इसका खुलकर उत्तर दिया। चिराग पासवान से मुलाकात में उन्होंने किसी भी तरह के आपत्ति को उन्होंने खारिज किया लेकिन इसके लिए एक शर्त सामने रख दी। वहीं स्वयं को एनडीए के साथ मजबूती से होने की बात कही।
एनडीए के साथ होने का दावा
पत्रकारों से वार्ता के दौरान पशुपति पारस ने बोला कि जहां भी एनडीए का कार्यक्रम हुआ है वो गए हैं। पीएम और गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रमों में शरीक हुए हैं। पशुपति पारस ने बोला कि हमारी पार्टी और संगठन पूरे राष्ट्र में है।करीब 47 वर्ष पूर्व बिहार विधानसभा के सदस्य रहे थे। जहां रहते हैं वहां पूरी इमानदारी और निष्ठा से काम करते हैं। हमारी नीति और नीयत साफ है। हमने पहले ही बोला था कि जबतक जिंदा रहूंगा तबतक एनडीए में रहूंगा। बिहार में 40 सीटों पर जीत का हमारा कोशिश है।
चिराग पासवान को लेकर कही बड़ी बात
पशुपति पारस ने कुछ एनडीए प्रत्याशियों का नाम लिया कि आज भी उनसे बात हुई। इसपर जब उनसे पूछा गया कि आप चिराग पासवान से क्यों बात नहीं करते तो पशुपति पारस ने बोला कि चिराग मेरा भतीजा है। वो छोटा है तो वो हमसे बात करेगा या हम करेंगे। आप ये बताइए कि जो प्यासा है वो कुएं के पास जाता है या फिर कुंआ ही प्यासा के पास चला जाता है। वो रोजाना मेरे घर के सामने से जाता है, कभी भी आ सकता है।
चिराग-पारस के संबंध में दरार
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव के बाद पशुपति पारस और चिराग पासवान के संबंध में तल्खियां आ गयीं। दोनों ने अपनी-अपनी अलग पार्टी बना ली। पशुपति पारस एनडीए में ही केंद्रीय मंत्री बनाए गए थे। वहीं बिहार में सीट शेयरिंग की बात करें तो चिराग पासवान की पार्टी को एनडीए में बीजेपी ने पांच सीटें दी। हाजीपुर सीट पर स्वयं चिराग चुनाव लड़ रहे हैं। परिवार का टकराव नहीं सुलझा तो चिराग पासवान के साथ ही जाने का निर्णय बीजेपी ने किया। प्रारम्भ में हुई नाराजगी के बाद पशुपति पारस ने एनडीए में ही बने रहने का निर्णय लिया है।