60 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षक की मिश्रित खेती से बदली किस्मत, सालाना कमाई पांच लाख
खेती-किसानी की कोई उम्र नहीं है, इसी को चरितार्थ कर दिखाया है बांका के सेवानिवृत्त शिक्षक विरेन्द्र कुमार मंडल ने। सेवानिवृत्त शिक्षक वीरेंद्र कुमार मंडल बताते हैं कि झारखंड में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे, लेकिन जॉब के दौरान खेती करने का समय नहीं मिल पाता था। हालांकि खेती करने का शौक प्रारम्भ से रहा था। जब सेवानिवृत्त होकर गांव लौटे तो अपने दो एकड़ जमीन में खेती करने का प्लान बनाया। सबसे पहले नेट से जमीन को घेर दिया और उसके बाद चार तालाब खुदवाया। साथ हीं बकरी और मुर्गी पालन के लिए शेड बनवाया। इसके अतिरिक्त जमीन के कुछ टुकड़े में बागवानी लगाकर सब्जी की भी खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं।
बांका जिला के फुल्लीडुमर प्रखंड भीतर खेसर पंचायत के बनवर्षा गांव निवासी 60 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक विरेन्द्र कुमार मंडल ने कहा कि चार तालाब में भिन्न-भिन्न तरह की मछलियों को पाल रहे हैं। जिसमें रेहू, कातल, रूपचंद, सीलन सहित अन्य मछलियां है। मछली पालन को लेकर उन्होंने कहा कि तालाब में ऑक्सीजन बरकार रखने के लिए सभी तालाब को एक-दूसरे से जोड़ दिया है। जिससे ऑक्सीजन की कमी नहीं होती है और ग्रोथ दर भी बेहतर है। उन्होंने कहा कि वर्ष में दो बार मछलियों को क्रॉप करते हैं। इससे तीन लाख तक की कमाई हो जाती है। उन्होंने कहा कि अधिक मेहनत ना लगे इसके लिए एक दर्जन देसी नस्ल की हीं बकरियों को पाल रहे हैं। इससे भी सालाना 50 हजार से अधिक की कमाई हो जाती है।
सालाना पांच लाख की कर लेते हैं कमाई
रिटायर्ड शिक्षक विरेन्द्र कुमार मंडल ने कहा कि मुर्गियों में भी देसी नस्ल हीं रखें हें। जिसमें सोनाली और कड़कनाथ मुर्गियां है। इससे अंडा उत्पादन करने के साथ मीट की भी बिक्री करते हैं। 500 से अधिक देसी मुर्गियों को पाल रहे है। इससे भी 50 हजार की आमदनी हो जाती है।उन्होंने कहा कि बागवानी में 50 केला लगाए है। इसके अतिरिक्त 60 आम, अमरूद पपीता सहित अन्य फल है। साथ हीं महोगिनी और सागवान भी लगाए हुए हैं। सब्जी में टमाटर, मिर्च, गोभी, आलू सहित अन्य का उत्पादन करते हैं।
उन्होंने कहा कि समेकित कृषि प्रणाली अपनाकर सालाना पांच लाख तक की कमाई आराम से कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि बोकारो में हीं समेकित कृषि प्रणाली का तरीका बोकारो में सीखा में था। इसी के अनुसार दो एकड़ में मिश्रित खेती कर बेहतर फायदा कमा रहे हैं।