बिहार

बैरिया बस स्टैंड पर चुन्नू ठाकुर के साथ चार रंगदारों का कब्जा, पुलिस ने उठाया 3 को…

मुजफ्फरपुर बैरिया बस स्टैंड पर चुन्नू ठाकुर के साथ चार रंगदारों का कब्जा है. वर्चस्व को लेकर अक्सर बैरिया बस स्टैंड में गोलीबारी भी होती है. इसी वर्चस्व को समाप्त करने के लिए अब पुलिस महकमा जुट गया है. इस क्रम में अहियापुर पुलिस ने बस स्टैंड से जुड़े तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया है. चारों से पूछताछ की जा रही है. बस स्टैंड में टाइमिंग को लेकर बड़ा खेल चल रहा है. नाम के लिए बैरिया बस पड़ाव समिति है. लेकिन, कब्जा रंगदारों का है. सबका हिस्सा पहुंच रहा है. अकेले चुन्नू ठाकुर को साढ़े चार लाख से पांच लाख रुपए प्रतिमाह पहुंच रहा था. चुन्नू ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद पूरे नेटवर्क को खंगालने पर कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है. एसएसपी राकेश कुमार ने साफ रूप से टीम को निर्देश दिए हैं कि इस नेटवर्क को ध्वस्त करना है. इसके लिए सबसे पहले ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक करने की योजना है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बैरिया स्टैंड से मोटी रंगदारी की वसूली ट्रांसपोर्टरों से की जा रही है. ट्रांसपोर्टर कभी इसकी कम्पलेन नहीं करते. इसके एवज में उनको अधिक टाइमिंग मिलती है. चुन्नू ठाकुर के साथ चारों रंगदार पुलिस रडार पर हैं. इनके ठिकाने पुलिस ने छापेमारी भी की. कारावास भेजे गए गैंगस्टर चुन्नू ठाकुर को पुलिस अब रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इसके लिए पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है. चुन्नू ठाकुर पर हत्या, लूट, रंगदारी और शराब मुद्दे समेत 32 मुकदमे दर्ज हैं. इसमें 28 मुकदमों में उसने जमानत ले ली थी जबकि कुंदन सिंह हत्याकांड और तीन अन्य मुकदमों में वह फरार चल रहा था. पुलिस का मानना है कि इन चारों मुकदमों में उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ में कई और खुलासे हो सकते हैं. सिटी रिपोर्टर|मुजफ्फरपुर कुख्यात चुन्नू ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की नजर अब उसके करीबियों पर है. उसके सिंडिकेट से जुड़े सफेदपोश, प्रॉपर्टी डीलर और ब्रोकर पुलिस रडार पर आ गए हैं. अचानक चुन्नू ठाकुर की गिरफ्तारी से सभी अंडरग्राउंड होने लगे हैं. रविवार को चुन्नू ठाकुर के घर से बरामद जमीन, निवेश, गाड़ियों और बैंक से जुड़े कागजातों की पड़ताल पुलिस ने प्रारम्भ कर दी है. सर्च ऑपरेशन के दौरान चुन्नू ठाकुर के घर से बरामद चेक, जमीन के दस्तावेज, दर्जनभर डेबिट कार्ड के संबंध में पुलिस ने जांच प्रारम्भ कर दी है. स्टेट बैंक के सकरा ब्रांच, आईसीआईसीआई, एक्सिस और एसडीएफसी आदि बैंकों के दो दर्जन चेकबुक, पासबुक और कागजात मिले हैं. प्रशांत कुमार के नाम से जारी डीएल, आधार कार्ड और चेकबुक मिले हैं. देव शंकर, चंदन ठाकुर, चंदन कुमार मिश्रा, सैयद आदिल हुसैन, मो अकलु रहमान और पत्नी वंदना के हस्ताक्षर वाले चेक भी शामिल हैं. इरशाद आलम के नाम से जमीन की डीड, ध्रुव कुमार के नाम से एग्रीमेंट की कॉपी, प्रेमनाथ प्रसाद के नाम से जमाबंदी, मुजफ्फरपुर इंफ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड के बोर्ड ऑट डायरेक्टर की मीटिंग की कार्यवाही रिपोर्ट पुलिस को मिली है. इस कागजातों के आधार पर पुलिस ने जब्ती सूची बनाई है. पुलिस ने चुन्नू ठाकुर के घर से आधा दर्जन मोबाइल और एक लैपटॉप बरामद किया है. इस मोबाइलों का सीडीआर पुलिस खंगाल रही है. अधिक बार कॉल करने वाले अलर्ट हो गए हैं. चुन्नू ठाकुर की पत्नी किरण वंदना के उपचार के लिए अधिवक्ता रत्नेश भारद्वाज ने एसीजेएम के न्यायालय में अर्जी दाखिल की है. अधिवक्ता ने बोला कि बल्ड प्रेशर, न्यूरो और नस संबंधित बीमारी से ग्रसित है. वह नियमित रूप से दवा लेती है. अधिवक्ता ने उसे उपचार के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराने की मांग की है. इस संबंध में न्यायालय ने कारावास अधीक्षक को सूचित करने का निर्देश दिया है. चुन्नू ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद से उसके शागिर्द अंडरग्राउंड हो गए हैं. पुलिस के लिए अत्याधुनिक हथियार की बरामदगी बड़ी चुनौती है. इसके लिए भिन्न-भिन्न टीम छापेमारी कर रही है. एसटीएफ का भी योगदान लिया जा रहा है. दूसरी ओर चर्चा है कि नेपाल में चुन्नू ठाकुर के साथ वैशाली का जयंत कुमार मन्नू भी पकड़ा गया. लेकिन, उसे मुजफ्फरपुर न्यायालय में प्रस्तुत नहीं किया गया. पूछताछ के दौरान चुन्नू ठाकुर से जुड़े शागिर्दों की सूची तैयार कर छापेमारी की जा रही है. कई के मोबाइल खंगाले जा रहे हैं.

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