बिहार

बेतिया में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में आया नया मोड़ सामने

बिहार के बेतिया में हुए सामूहिक बलात्कार मुद्दे में नया मोड़ सामने आया है. इस मुद्दे को लोग प्रेम प्रसंग से जोड़ कर देख रहे हैं. वहीं, पीड़िता के बयान पर सामूहिक बलात्कार करने के कोशिश का मुद्दा दर्ज हुआ है. घटना पश्चिमी चंपारण जिले के कुमारबाग थाना क्षेत्र की है. जहां बीते गुरुवार को आठवीं की छात्रा से सामूहिक बलात्कार होने की बात उसके परिजनों ने बताई थी. वहीं, पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में सामूहिक बलात्कार के कोशिश और हाथापाई का इल्जाम लगाया है. उधर, ग्रामीण सूत्रों के मुताबिक मुद्दा प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है. इधर, पुलिस ने घटना में शामिल सभी आरोपियों को अरैस्ट कर लिया है.

पीड़ित छात्रा ने पुलिस को कहा कि वह अपने घर से गुरुवार की सुबह नौ बजे परीक्षा देने के लिए विद्यालय निकली थी. दो घंटे की परीक्षा के बाद वह वापस घर लौट रही थी. उसी दौरान वह घर की ओर एक मंदिर और बगीचा के पास पहुंची. तभी सुनसान स्थान पाकर बाइक सवार दूबे टोला जब्दौल निवासी प्रदीप कुमार, बसंत कुमार और शैलेश पासवान वहां आ गए. फिर तीनों उसके बाल खींचते हुए उसके साथ गलत काम करने के लिए बांसवारी की तरफ ले गए और तीनों मेरे साथ गलत करने को प्रयास करने लगे. विरोध करने पर तीनों ने उसे थप्पड़ और मुक्के से चेहरे पर मारकर जख्मी कर दिया. तब वह बेहोश हो गई. पीड़िता ने कहा कि जब उसकी आंख खुली तो उसने स्वयं को जीएमसीएच बेतिया में भर्ती पाया तो वह दंग रह गई.

पुलिस ने मुद्दे में इन आरोपियों को अरैस्ट किया है, जिसमें कुमारबाग थाना क्षेत्र के निवासी प्रदीप कुमार (19), बसंत कुमार (20) और शैलेश पासवान उर्फ शेरू (19) शामिल हैं. सदर एसडीपीओ-वन विवेक दीप ने कहा कि छात्रा ने कहा कि तीनों युवकों ने उसके साथ हाथापाई की थी. उससे बलात्कार नहीं हुआ था. इधर, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी तीनों युवकों को घटना के महज पांच घंटे के अंदर अरैस्ट कर लिया था.

उधर, घटना की सूचना पर मुजफ्फरपुर से आई एफएसएल की टीम ने बलात्कार के कोशिश के मुद्दे की जांच के लिए खून के नमूने लिए. हालांकि अभी जीएमसीएच में छात्रा का उपचार चल रहा है. वहीं, जीएमसीएच की अधीक्षक डाक्टर सुधा भारती ने कहा कि लड़की की स्थिति सामान्य होती जा रही है. अभी वह अभी वह खतरे से बाहर है.

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