बिहार

नजदीकी विद्यालय में नामांकन न होने पर अभिभावक परेशान

शेखपुरा विद्यालयों में नामांकन का ऐसा हाल हो गया है कि अभिभावक चक्कर घिन्नी बन चुके हैं. अपने बच्चे के नामांकन को लेकर अभिभावक कभी इधर तो कभी उधर घूम रहे हैं. उल्लेखनीय हो कि केकेपाठक जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बने हैं, तब से लगातार कुछ ऐसे और अनोखे फरमान जारी कर देते हैं. जिसके बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप सा मच जाता है. हाल ही में केके पाठक ने विद्यार्थियों के एडमिशन पर एक बड़ा फरमान जारी कर दिया है. फरमान यह कि पंचायत स्तर के जितने भी छात्र-छात्राएं हैं वह अपने पंचायत के स्थित विद्यालयों में ही नामांकन लेंगे और वहीं पर पढ़ाई करेंगे. नामांकन कराने को लेकर शिक्षा विभाग के नए आदेश के बाद कई बच्चों को घर के बगल के विद्यालय को छोड़कर से कई किलोमीटर दूर पंचायत के उच्च विद्यालय में नामांकन कराने की विवशता आ गई है. जिससे कई विद्यार्थियों ने पढ़ाई छोड़ने का मन बना लिया है. अपने पंचायत के स्थित विद्यालयों में ही कराना है नामांकन ताजा मुद्दा बरबीघा प्रखंड भीतर पांक पंचायत के मकनपुर डीह, काजीचक और मूसापुर गांव का है. जहां से शुक्रवार को दर्जनों की संख्या में पहुंचे विद्यार्थियों सहित अभिभावकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी ओमप्रकाश सिंह के कार्यालय का घेराव किया. साथ ही डीईओ को आवेदन देकर घर से एक किलोमीटर दूर केवटी उच्च विद्यालय में नामांकन न होने पर सामूहिक रूप से पढ़ाई छोड़ने का घोषणा कर दिया. ग्रामीणों की माने तो इन गावों में 8 वीं कक्षा से उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या 109 है, जिसमे 62 बच्चियां है. वहीं विद्यार्थी और छात्राओं के साथ आए अभिभावक उमेश चौधरी, सोनू कुमार, भूषण पासवान, राजीव चौधरी, उपेंद्र पासवान इत्यादि ने कहा कि उनके गांव से एक किलोमीटर की दूरी पर केवटी पंचायत का +2 उच्च विद्यालय केवटी है. पहले यहीं गांव के बच्चे केवटी उच्च विद्यालय में पढ़ते थे. अब इन बच्चों का यहां नामांकन नहीं हो रहा है.

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